पिथौरागढ़ भर्ती में उमड़ी हजारों की भीड़, होटल और रेस्टोरेंटों का खाना भी पड़ा कम, भूखे प्यासे भटकते युवा, खेतों में कट रही रात…
सैकड़ों किलोमीटर का सफर तय कर भर्ती होने के लिए पिथौरागढ़ हजारों की भीड़ के लिए होटल और रेस्टोरेंटों का खाना भी कम पड़ गया। जब स्थानीय लोगों ने युवाओं को भूखे प्यासे भटकते देखा तो किसी ने ठंड से कंपकंपाते युवाओं को सुलाने के लिए अपने घर के दरवाजे खोल दिए तो किसी ने लंगर लगाकर हजारों युवाओं को भोजन कराया।
सेना भर्ती के लिए आए युवाओं की परेशानी देखकर हर किसी का दिल पसीज उठा। पूर्व सैनिक संगठन, जाग उठा पहाड़, आरएसएस ने युवाओं के लिए अलग-अलग स्थानों पर भोजन की व्यवस्था की।
कई पूर्व सैनिकों ने अपने घरों में बिस्तर लगाकर किसी दुकान की शटर के बरामदे में सोने के लिए जगह ढूंढ रहे युवाओं के लिए सोने की व्यवस्था की। पूर्व सैनिक संगठन के देवराज सिंह ने जाजरदेवल में 60 युवाओं के लिए बिस्तर की व्यवस्था की।
हरीश उप्रेती ने 12 युवाओं के रहने से लेकर खाने तक की व्यवस्था की गई। गिरधर सिंह खनका ने 10 युवाओं को अपने घर में ठहराया। कैप्टन भूपेंद्र ने अपने घर और आंगन में कई युवाओं के आराम करने के लिए व्यवस्था की। पूर्व सैनिक रघुवर सिंह पिछले दो दिनों से सुबह चार बजे से निशुल्क चाय पिला रहे हैं। बुधवार को भी सुबह पूर्व सैनिकों ने युवाओं के लिए भोजन की व्यवस्था की और करीब 4000 युवाओं को दिन में भोजन कराया।
सूबेदार मेजर राजेंद्र जोरा के नेतृत्व में युवाओं के लिए भोजन तैयार किया गया। पूर्व सैनिक संगठन के उपाध्यक्ष मयूख भट्ट ने कहा कि बेरोजगार युवा भी उनके बच्चों की तरह हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए संगठन की ओर से यह व्यवस्था की गई है। जाग उठा पहाड़ के संयोजक गोपू महर ने भी लोगों के सहयोग से सेना भर्ती के लिए आए युवाओं के लिए भोजन की व्यवस्था की। महर ने बताया कि जाग उठा पहाड़ की ओर से बुधवार को करीब 1500 युवाओं को भोजन कराया गया। जब तक भर्ती प्रक्रिया चल रही है भोजन की व्यवस्था की जाएगी।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने नगर के विभिन्न स्थानों पर स्टॉल लगाकर देश भर से सेना भर्ती में शामिल होने आए युवकों को भोजन कराया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और विचार परिवार के संगठनों के कार्यकर्ताओं ने कहा कि सेना भर्ती में आए किसी भी युवा को भूखा नहीं सोने दिया जाएगा।
पिथौरागढ़। पिथौरागढ़ में चल रही प्रादेशिक सेना भर्ती के दौरान कुछ लोगों ने छह-सात लोगों की मौत की अफवाह फैला दी। पुलिस का कहना है कि अफवाह फैलाने वालों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बुधवार सुबह सेना भर्ती स्थल के भीतर घुसी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठियां फटकारने के दौरान भगदड़ जैसे हालात पैदा हो गए थे जिसमें दो युवक घायल हो गए थे। इस दौरान कुछ लोगों ने छह-सात लोगों की मौत होने की अफवाह फैला दी। इसके चलते लोग घटना के बारे में एक दूसरे से जानकारी लेते नजर आए। इस तरह की अफवाह फैलाने को पुलिस ने गंभीरता से लिया है।
एसपी रेखा यादव का कहना है कि कुछ लोगों की ओर से अफवाह फैलाई गई है। सेना भर्ती के दौरान सुरक्षा व्यवस्था पर पूरी तरह नजर रखी जा रही है। उन्होंने लोगों और भर्ती होने आए युवाओं से भ्रामक सूचना न फैलाने और किसी के बहकावे में न आने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।