उत्तरायणी मेले में बागेश्वर पुलिस द्वारा जागरूकता अभियान, नशा मुक्ति, महिला सुरक्षा और साइबर अपराधों से बचाव पर दी जानकारी
संवाददाता सीमा खेतवाल
बागेश्वर, 13 जनवरी 2025: पौराणिक उत्तरायणी मेले के दौरान बागेश्वर पुलिस ने मेले में आए लोगों को विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर जागरूक करने के लिए एक जागरूकता स्टॉल लगाया। इस स्टॉल के माध्यम से पुलिस ने नशा मुक्ति, महिला सुरक्षा और बढ़ते साइबर अपराधों से बचाव के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की।
एसपी बागेश्वर श्री चन्द्रशेखर घोड़के महोदय द्वारा जनपद के सभी प्रभारियों को जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए गए थे। इसके तहत, पुलिस उपाधीक्षक बागेश्वर के पर्यवेक्षण में आज महिला हेल्पलाइन और साइबर सैल की संयुक्त टीम ने उत्तरायणी मेले के दौरान स्टॉल लगाकर आम जनमानस को जागरूक किया।
प्रभारी महिला हेल्पलाइन उ.नि. मीना रावत ने नए कानूनों, नशे के सेवन और व्यापार से होने वाले दुष्परिणामों, बाल श्रम, बाल भिक्षावृत्ति, महिला अपराधों और सुरक्षा, यातायात नियमों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे अपनी शिकायतें बिना किसी संकोच के पुलिस तक पहुंचाएं, ताकि पुलिस हर संभव मदद कर सके। इसके अलावा, आस-पास के क्षेत्र में बाल श्रम या बाल भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों की जानकारी तुरंत पुलिस को देने की अपील की।
साइबर सैल के का. गिरीश बजेली ने साइबर सुरक्षा के मूल सिद्धांत, ऑनलाइन धोखाधड़ी, साइबर ग्रुमिंग, साइबर बुलिंग, सोशल मीडिया प्रोफाइल सुरक्षा और अन्य साइबर खतरों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने विशेष रूप से साइबर धोखाधड़ी के मामलों में ‘गोल्डन आवर’ के महत्व पर प्रकाश डाला, जिसमें साइबर अपराध के बाद का पहला घंटा अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि अगर वे साइबर धोखाधड़ी के शिकार होते हैं, तो तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर-1930 पर शिकायत दर्ज कराएं।
अंत में, डायल-112, महिला हेल्पलाइन नंबर-1090 और साइबर सुरक्षा से संबंधित पंपलेट्स वितरित किए गए। पुलिस ने सभी से अपील की कि वे इस जानकारी को अपने परिवार और आसपास के लोगों के साथ साझा कर, अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करें।

