Spread the love

बागेश्वर: उत्तरायणी मेला के दौरान तंदूर में रोटी थूकने की घटना, कांग्रेस कमेटी ने की कठोर शब्दो में निंदा

संवाददाता सीमा खेतवाल

जनपद बागेश्वर में माघ माह के मकर संक्रांति उत्तरायणी मेले के दौरान एक घिनौनी घटना सामने आई। 17 जनवरी 2025 को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक विशेष समुदाय के खाने के होटल में तंदूर में रोटी पकाते समय कारीगर द्वारा रोटी पर थूकने की शर्मनाक हरकत की जा रही थी। इस घटना के सामने आने के बाद पुलिस प्रशासन ने तुरंत सक्रियता दिखाते हुए दोषियों को गिरफ्तार कर लिया और एक बड़े धार्मिक उन्माद को फैलने से पहले उसे समाप्त कर दिया।

उत्तरायणी मेला, जो कि धार्मिक, सांस्कृतिक और व्यापारिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बागेश्वर जनपद की पहचान बन चुका है। यह मेला सरयू, गोमती और अदृश्य गंगा सरस्वती के त्रिवेणी संगम में आयोजित होता है, जो स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की कुली-बेगार आंदोलन की भूमि भी है। इस मेले का ऐतिहासिक महत्व है और यह क्षेत्र भारत के स्वतंत्रता संग्राम का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है।

हालांकि, एक ओर जहां प्रशासन ने इस मेले के दौरान कुली-बेगार आंदोलन की रैली और जनसभा को चुनाव आचार संहिता का हवाला देकर रोका, वहीं दूसरी ओर, पुलिस प्रशासन की तत्परता से आरोपी को तुरंत गिरफ्तार किया गया। लेकिन इसके बावजूद, कुछ हिंदूवादी संगठनों द्वारा धार्मिक उन्माद फैलाने के उद्देश्य से उत्तेजित नारे लगाए गए और आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए थाने का घेराव किया गया। अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या चुनाव आयोग इस प्रकरण को संज्ञान में लेगा?

इसके साथ ही, बागेश्वर के ऐतिहासिक मैदान नुमाईश और सरयू बगड़ इलाके में मीट, मांस, मछली, अंडा और नॉनवेज की दुकानों के लगने के सवाल भी उठ रहे हैं। यह सवाल यह भी खड़ा हो रहा है कि मेले के आयोजन में प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा निगरानी क्यों नहीं रखी गई, जिससे इस तरह की घटना घटी।

दूसरी ओर, जिला कांग्रेस कमेटी ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि ऐसे घृणित कृत्य की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए मेला क्षेत्र और त्रिवेणी संगम स्थल पर मीट, मांस, मछली और नॉनवेज की दुकानों का आवंटन नहीं किया जाना चाहिए। साथ ही, फूड इंस्पेक्टर की नैतिक जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए।

नगर पालिका परिषद के जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों की भी जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।


Spread the love