रामनगर में चांदनी जोन के खिलाफ ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन तेज, डीएफओ कार्यालय के बाहर धरना
रामनगर: तराई पश्चिमी वन प्रभाग की बैलपड़ाव रेंज में प्रस्तावित चांदनी जोन के खिलाफ ग्रामीणों का विरोध तेज होता जा रहा है। सोमवार को जोन के प्रस्ताव को रद्द करने की मांग को लेकर बड़ी संख्या में ग्रामीण डीएफओ कार्यालय पहुंचे। जब डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्या कार्यालय में नहीं आए, तो ग्रामीणों ने डीएफओ कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी की और धरना दिया। बाद में उन्होंने एसडीओ संदीप गिरि को ज्ञापन सौंपा।
रविवार को गैबुआ में हुई महापंचायत के बाद सोमवार को छोई, टेड़ा, क्यारी, गैबुआ सहित कई गांवों के ग्रामीण और जनप्रतिनिधि डीएफओ कार्यालय पहुंचे। हालांकि, काफी देर तक इंतजार करने के बावजूद डीएफओ कार्यालय में नहीं पहुंचे, तो उनका गुस्सा फूट पड़ा और वे कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए।
ग्रामीणों ने कहा कि “जंगलों में नए जोन खुलने से मानव-वन्यजीव संघर्ष बढ़ने की संभावना है।” उनका कहना था कि चांदनी जोन के उद्घाटन से 25 से अधिक गांवों में वन्यजीवों से टकराव की समस्या बढ़ सकती है, जो ग्रामीणों के लिए खतरनाक हो सकता है।
ग्रामीणों का आरोप है कि उनके विरोध के बावजूद अधिकारियों ने जोन को खोलने की जिद पकड़ रखी है, जो अब सहन नहीं किया जाएगा। धरना-प्रदर्शन करने वालों में अभिनव बिष्ट, नवीन सती, सचिन कुमार आर्या, नवीन भट्ट, दिनेश चंद्र, कृपाल सिंह, नीरज बिष्ट, नीहाल सिंह, बलवंत सिंह, आनंद सिंह नेगी, मुकेश बिष्ट, मोहित शर्मा, संजय सती, पीयूष बिष्ट, योगी बोरा, विजय पंवार और अन्य शामिल थे।
