झोपड़ियां हटाओ वरना कार्रवाई झेलो – गौला नदी क्षेत्र में प्रशासन की मुनादी
हल्द्वानी (उत्तराखंड) गौला नदी के भीतर लंबे समय से झोपड़ियां बनाकर रह रहे अतिक्रमणकारियों के खिलाफ प्रशासन ने अब सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। बुधवार को प्रशासन और वन विभाग की संयुक्त टीम ने मौके पर पहुंचकर मुनादी कर चेतावनी दी कि सभी अतिक्रमणकारी एक सप्ताह के भीतर स्वयं अतिक्रमण हटा लें, अन्यथा बलपूर्वक कार्रवाई की जाएगी।
रेलवे स्टेशन के समीप स्थित गौला नदी क्षेत्र में वर्षों से अवैध रूप से अस्थायी झोपड़ियां बनाकर कब्जा किया जा रहा था। यह क्षेत्र वन भूमि और नदी क्षेत्राधिकार में आता है, जहां किसी भी प्रकार का निर्माण और निवास निषिद्ध है। पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी यह अतिक्रमण खतरे से खाली नहीं है, क्योंकि नदी क्षेत्र में बसे लोग न केवल स्वयं संकट में रहते हैं, बल्कि वर्षा ऋतु में बाढ़ जैसी आपदाओं की आशंका भी बनी रहती है।
संयुक्त टीम में डिप्टी कलेक्टर नवाजिश अहमद, तहसीलदार सचिन कुमार, एसडीओ गोला रेंज अनिल जोशी, और वन क्षेत्राधिकारी चंदन सिंह अधिकारी सहित भारी संख्या में पुलिस और वन विभाग के कर्मचारी मौजूद रहे। टीम ने मौके पर स्थलीय निरीक्षण कर अतिक्रमण की स्थिति का जायजा लिया और आगे की कार्रवाई के लिए रणनीति बनाई।
प्रशासन की सख्त चेतावनी के बाद अतिक्रमण क्षेत्र में हलचल देखी जा रही है। कुछ लोग अपना सामान समेटकर क्षेत्र से बाहर जाने की तैयारी में हैं, जबकि कुछ लोग अभी भी पशोपेश की स्थिति में नजर आ रहे हैं। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि निर्धारित समयसीमा के बाद किसी को कोई रियायत नहीं दी जाएगी, और यदि आवश्यक हुआ तो प्रशासन बलपूर्वक अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करेगा।
प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि गौला नदी जैसे संवेदनशील पर्यावरणीय क्षेत्रों में अतिक्रमण न केवल गैरकानूनी है, बल्कि इससे पारिस्थितिकी तंत्र को भी गंभीर नुकसान पहुंचता है। इसलिए ऐसी गतिविधियों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

