मालधन में शराब की दुकान बंद करने की मांग को लेकर महिला एकता मंच का अनिश्चितकालीन धरना 16 अप्रैल से
मालधन: महिला एकता मंच द्वारा मालधन में खोली गई शराब की दुकान को तत्काल बंद करने की मांग को लेकर 16 अप्रैल से अनिश्चितकालीन धरने की शुरुआत की जा रही है। इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए मंच की महिलाओं द्वारा क्षेत्र में व्यापक जन संपर्क अभियान चलाया जा रहा है।
महिलाओं ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा हाल ही में यह घोषणा की गई थी कि प्रदेश में महिलाओं की भावनाओं का सम्मान करते हुए अब कोई नई शराब दुकानें नहीं खोली जाएंगी। इसके बावजूद मालधन में शराब की दुकान खुली हुई है और खुलेआम शराब की बिक्री जारी है। महिलाओं ने सवाल उठाया कि मुख्यमंत्री की घोषणाएं महज़ दिखावा हैं या वास्तव में सरकार जनता की भावनाओं के साथ है।
एक नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता भगवती आर्य ने कहा, “मालधन की जनता ने सरकार से स्वास्थ्य सेवाएं, जैसे एक्सरे, अल्ट्रासाउंड और डॉक्टरों की नियुक्ति की मांग की थी, लेकिन बदले में उन्हें शराब की दुकान दे दी गई। हम अपने क्षेत्र को नशे में डूबने नहीं देंगे। यदि सरकार कार्रवाई नहीं करती, तो जनता स्वयं दुकान बंद करने को मजबूर होगी।”
देवी आर्य ने कहा कि मालधन की महिलाएं नशे के खिलाफ पूरी ताकत से संघर्ष करेंगी। उन्होंने दोहराया कि “जनता का नशा नहीं, इलाज दो” अभियान जारी रहेगा और इसे और भी व्यापक रूप दिया जाएगा।
विनीता टम्टा ने जानकारी दी कि 16 अप्रैल को मालधन नंबर 6 स्कूल से दोपहर 3 बजे एक जुलूस निकाला जाएगा, जो शराब की दुकान तक जाकर वहां धरना देगा। उन्होंने क्षेत्र की जनता से इस जन आंदोलन में बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील की है।
इस कार्यक्रम में सावित्री देवी, मंजू, सरिता, शिवानी, गंगा देवी, रजनी, कौशल्या, सरस्वती जोशी, बीना, पूजा, कमला और नीतू समेत कई महिलाएं शामिल रहीं।
