गरुड़ में फिर बाघ का आतंक, बाइक सवारों पर किया हमला – दो घायल, इलाके में दहशत
संवाददाता सीमा खेतवाल
गरुड़ (बागेश्वर): गरुड़ क्षेत्र में बाघ का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को डगोली से बैजनाथ की ओर आ रहे तीन बाइक सवार युवकों पर बाघ ने आरएफसी गोदाम के पास झपट्टा मार दिया। इस हमले में दो युवक घायल हो गए, जबकि तीसरा युवक बाल-बाल बच गया।
घायलों की पहचान भवानी पांडे (पुत्र शंकरदत्त, उम्र 36), गिरीश चंद्र पांडे (पुत्र केशव पांडे, उम्र 35) और नरेंद्र आर्य (पुत्र प्रताप राम, उम्र 32) के रूप में हुई है। भवानी पांडे ने बताया कि बाघ अचानक झाड़ियों से निकलकर सामने आया और हमला कर दिया। गिरीश और नरेंद्र को बाघ के नाखून लगे, जबकि वे तीनों एक साथ होने के कारण बड़ी अनहोनी टल गई।
तीनों युवक आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बैजनाथ पहुंचे, जहां डॉक्टर मानसी जोशी द्वारा बताया गया कि दो घायलों के पैरों में पंजे लगे हैं, जिनमें चार टांके लगाए गए हैं और प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें घर भेज दिया गया है।
इसी दिन देर शाम मटेना-सिल्ली मोटर मार्ग पर भी बाघ को रात्रि में घूमते हुए देखा गया। एक सप्ताह पहले भी टीट बाजार (स्याल्दे, टीट वार्ड) में बाघ के दिखने की सूचना मिली थी। इन घटनाओं के बाद पूरे क्षेत्र में भय और चिंता का माहौल बना हुआ है।
समाजसेवी सुनील दोसाद, चंदन बोरा, दिनेश बिष्ट, हिमांशु खाती और दिनेश गोस्वामी ने वन विभाग से क्षेत्र में गश्त बढ़ाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि लगातार बाघ की मौजूदगी से आम लोगों की जान को खतरा बना हुआ है।
रेंजर केवलानंद पांडे ने बताया कि बाघ के हमले में दो लोगों के घायल होने की सूचना मिली है और उनसे संपर्क कर लिया गया है। उन्होंने क्षेत्रवासियों से अपील की है कि रात्रि में अकेले बाहर न निकलें और समूह में ही यात्रा करें।

