जंतर-मंतर पर “अश्लीलता मुक्त भारत” अभियान का सफल धरना-प्रदर्शन संपन्न
नई दिल्ली, 20 अप्रैल — देशभर में बढ़ती ऑनलाइन अश्लीलता और सोशल मीडिया के माध्यम से फैल रही अनुचित सामग्री के खिलाफ आवाज उठाते हुए “अश्लीलता मुक्त भारत” अभियान के तहत दिल्ली के जंतर-मंतर पर एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया गया।
इस आंदोलन का नेतृत्व कर रहे राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज पंत, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बिद्या रावत और राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष इंद्रा मिश्रा के साथ विभिन्न संगठनों से जुड़े सैकड़ों लोगों ने इस विरोध प्रदर्शन में भाग लिया। सभी ने एक स्वर में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स—जैसे यूट्यूब, फेसबुक और इंस्टाग्राम—पर अश्लील व भ्रामक वीडियो और तस्वीरों की बढ़ती संख्या पर कड़ा ऐतराज़ जताया।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि इन माध्यमों के ज़रिए बच्चों की सोच पर नकारात्मक असर पड़ रहा है और पारिवारिक एवं सामाजिक मूल्यों में गिरावट देखने को मिल रही है।
समाजिक कार्यकर्ता प्रताप सिंह नेगी ने इस मुहिम का समर्थन करते हुए आयोजन की सराहना की और कहा कि यह पहल समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
प्रदर्शन के दौरान यह मांग भी की गई कि सरकार सोशल मीडिया पर नियंत्रण के लिए ठोस नीतियाँ बनाए और अश्लीलता फैलाने वाले कंटेंट क्रिएटर्स के खिलाफ सख़्त कार्रवाई की जाए।
“हमारा उद्देश्य न तो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को रोकना है, न ही तकनीक का विरोध करना, लेकिन अश्लीलता के खिलाफ जनजागरूकता और नियंत्रण आज वक्त की ज़रूरत बन चुका है,” पंकज पंत ने कहा।
यह धरना “अश्लीलता मुक्त भारत” अभियान की एक कड़ी है, जिसका उद्देश्य भारतीय संस्कृति, रिश्तों और मूल्यों की रक्षा करना है। भविष्य में इस मुहिम को और भी बड़े स्तर पर चलाने की योजना बताई गई है।
