नैनीताल में दुष्कर्म की घटना के बाद उत्पात मचाने वाले 25 से 30 अज्ञात उपद्रवियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
नैनीताल। जिले में एक 12 वर्षीय बालिका के साथ दुष्कर्म की गंभीर घटना के बाद बुधवार रात हालात उस समय बिगड़ गए जब आक्रोशित भीड़ ने एक ही समुदाय की दुकानों पर हमला कर तोड़फोड़ और मारपीट की। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए 25 से 30 अज्ञात लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में सांप्रदायिक तनाव और शांति व्यवस्था को चुनौतीपूर्ण स्थिति में ला खड़ा किया है।
घटना की शुरुआत 30 अप्रैल की रात लगभग साढ़े आठ बजे हुई, जब एक महिला कोतवाली पहुंची और थानाध्यक्ष हेमचंद्र पंत को तहरीर दी। महिला ने आरोप लगाया कि 12 अप्रैल को उसकी नाबालिग बेटी के साथ ठेकेदार उस्मान ने दुष्कर्म किया। इस गंभीर आरोप के आधार पर पुलिस ने तत्काल कार्यवाही करते हुए आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) और पॉक्सो एक्ट की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया और पीड़िता को मेडिकल परीक्षण के लिए बीडी पांडे अस्पताल भेजा।
आरोपी की गिरफ्तारी के कुछ ही देर बाद बड़ी संख्या में स्थानीय लोग थाने पहुंचे और प्रदर्शन शुरू कर दिया। आक्रोशित भीड़ आरोपी को पुलिस से सुपुर्द करने की मांग कर रही थी। पुलिस अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को समझाने की भरपूर कोशिश की, लेकिन भीड़ शांत होने के बजाय और अधिक उत्तेजित होती गई।
स्थिति को बिगड़ते देख कोतवाली पुलिस ने तत्काल उच्चाधिकारियों और उपजिलाधिकारी नैनीताल को सूचित किया और अतिरिक्त पुलिस बल की मांग की। इसी बीच भीड़ ने गाड़ीपड़ाव क्षेत्र में दुकानों में तोड़फोड़ और लोगों पर हमला शुरू कर दिया।
गाड़ीपड़ाव में मौजूद एक ही समुदाय की दुकानों पर हमला कर उन्हें क्षतिग्रस्त कर दिया गया। दुकानों के साथ-साथ सड़क पर चल रहे कुछ राहगीरों से भी मारपीट की गई और सड़क पर अवरोध उत्पन्न किया गया, जिससे इलाके की शांति व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई। उपद्रवियों ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया, जिससे बाद की जांच प्रक्रिया पर भी असर पड़ने की आशंका है।
कोतवाली प्रभारी हेमचंद्र पंत की ओर से 25-30 अज्ञात उपद्रवियों के खिलाफ दंगा फैलाने, दुष्प्रेरण, बल प्रयोग, जबरन रोकने और मारपीट की धाराओं के अंतर्गत एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज और चश्मदीदों के बयान के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है, और जल्द ही गिरफ्तारी की कार्रवाई की जाएगी।
घटना के बाद क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त बढ़ा दी गई है। प्रशासन ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे कानून को अपने हाथ में न लें और शांति बनाए रखें। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वे किसी भी समुदाय से संबंधित हों।
