गैर इरादतन हत्या या कुछ और? देहरादून लिव-इन मौत का रहस्य गहराया
देहरादून: रायपुर क्षेत्र में एक दुखद घटना सामने आई है, जहाँ लिव-इन में रह रहे एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक की पहचान अजय रावत के रूप में हुई है। अजय के पिता, देवेंद्र पाल सिंह रावत ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसके आधार पर पुलिस ने अजय की लिव-इन पार्टनर, राधिका सिंह के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, दोनों ने अपने लिव-इन संबंध का पंजीकरण नहीं कराया था।
रायपुर थाने के एसओ प्रदीप सिंह नेगी ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि यह घटना 26 अप्रैल को रायपुर थाना क्षेत्र के नत्थनपुर में घटी। शिकायतकर्ता देवेंद्र पाल सिंह रावत के अनुसार, उनका बेटा अजय रावत और खुड़बुड़ा निवासी राधिका सिंह पिछले एक साल से लिव-इन में रह रहे थे। 26 अप्रैल को राधिका ने देवेंद्र को फोन कर सूचित किया कि अजय की तबीयत खराब है और उसे कोरोनेशन अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जब देवेंद्र अस्पताल पहुँचे, तो उन्हें अपने बेटे की मौत की खबर मिली।
राधिका ने देवेंद्र को बताया कि अजय शराब पीकर घर आए थे, जिस कारण उनके बीच विवाद हो गया। राधिका के अनुसार, झगड़े के दौरान अजय ने चाकू उठा लिया था। जब राधिका ने चाकू छीनने की कोशिश की, तो दुर्घटनावश वह अजय के सीने में लग गया, जिससे अत्यधिक खून बहने लगा। आनन-फानन में एंबुलेंस से अजय को कोरोनेशन अस्पताल ले जाया गया, लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने यह भी बताया कि दोनों परिवारों की सहमति से 7 जून को अजय और राधिका की सगाई और 2 अक्टूबर को शादी की तारीख तय थी।
हालांकि, अजय के परिजनों ने राधिका के दिए गए बयान पर कई संदेह व्यक्त किए हैं। उनका कहना है कि यदि हाथापाई हुई थी, तो राधिका को कोई चोट क्यों नहीं आई। परिजनों ने यह भी आशंका जताई है कि इस घटना में राधिका के साथ कोई और भी शामिल हो सकता है, क्योंकि उन्हें अकेले राधिका द्वारा ऐसा कृत्य कर पाने पर विश्वास नहीं है। एसओ प्रदीप सिंह नेगी ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए निष्पक्ष जांच कर रही है। पुलिस किसी भी निष्कर्ष पर पहुँचने से पहले सभी संभावित साक्ष्यों और बयानों का गहराई से विश्लेषण करेगी।
