महिला एकता मंच ने जताई नाराज़गी, शराब की दुकान फिर खुलने को बताया विश्वासघात
रामनगर (मालधन)। महिला एकता मंच ने मालधन क्षेत्र में बंद की गई शराब की दुकान को पुनः खोले जाने को स्थानीय जनता के साथ विश्वासघात करार दिया है। मंच ने चेतावनी दी है कि यदि निर्णय वापस नहीं लिया गया, तो वे “नशा नहीं, इलाज दो” अभियान को पुनः सक्रिय करेंगे। आंदोलन की रणनीति तय करने हेतु आगामी 7 जनवरी (बुधवार) को दोपहर 11 बजे, मालधन नंबर दो के पंचायत घर में बैठक बुलाई गई है।
प्रशासन पर भरोसा टूटा
महिला एकता मंच द्वारा जारी प्रेस नोट के अनुसार, 3 मई को उपजिलाधिकारी रामनगर स्वयं धरना स्थल पर पहुंचे थे और शराब की दुकान को बंद करने की घोषणा करते हुए मौके पर ताला लगवाया था। साथ ही, कच्ची शराब पर रोक लगाने के लिए पुलिस कार्रवाई का आश्वासन भी दिया गया था।
इसी सकारात्मक रुख को देखते हुए मंच ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, मालधन में स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने को लेकर 5 मई को सीएमएस के साथ बैठक निर्धारित की थी और अस्थायी रूप से धरना-प्रदर्शन स्थगित कर दिया गया था।
शाम होते-होते फिर से खुली दुकान
हालांकि, 5 मई को जब महिला एकता मंच ने उपजिलाधिकारी से बैठक को लेकर संपर्क किया तो उन्होंने मीटिंग में व्यस्त होने का हवाला देकर बात नहीं की। उसी दिन शाम को गोपालनगर, मालधन में बिना जनता की जानकारी और सहमति के शराब की दुकान दोबारा खोल दी गई, जिससे आंदोलनकारियों में भारी रोष है।
शराब माफिया पर सवाल
प्रेस नोट में मंच ने आरोप लगाया कि यह मामला साफ दर्शाता है कि उत्तराखंड में शराब माफिया की ताकत इतनी अधिक है कि उनके सामने राज्य के मुख्यमंत्री और प्रशासनिक अधिकारी भी निर्णय लागू नहीं करा पा रहे हैं।
स्वास्थ्य सुविधाएं और नशे के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा
मंच ने कहा कि वे मालधन क्षेत्र को नशे से मुक्त कराने और स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में एक्स-रे टेक्नीशियन, चिकित्सक और बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग को लेकर आंदोलन को और मजबूत करेंगे।
विनीता टम्टा ने क्षेत्र की जनता से आह्वान किया है कि वे 7 जनवरी की बैठक में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर आगामी रणनीति में भाग लें और इस जन आंदोलन को मजबूत करें।

