आयकर रिटर्न 2025-26 में देरी पर रामनगर टैक्स बार एसोसिएशन ने जताया रोष, वित्त मंत्रालय को भेजा ज्ञापन
बार की वार्षिक बैठक में संविधान संशोधन को भी दी गई स्वीकृति
रामनगर, 17 मई 2025: रामनगर टैक्स बार एसोसिएशन ने आयकर रिटर्न फॉर्म 2025-26 के अब तक जारी न होने पर गहरी नाराजगी जताई है। एसोसिएशन ने आयकर कार्यालय रामनगर 2(5) के माध्यम से वित्त मंत्रालय को एक ज्ञापन भेजकर अपनी चिंता व्यक्त की है। अधिवक्ताओं का कहना है कि नए वित्तीय वर्ष का रिटर्न फॉर्म 1 अप्रैल 2025 को जारी हो जाना चाहिए था, लेकिन 45 दिन बीतने के बाद भी अब तक वह जारी नहीं किया गया है।
इस देरी के चलते कई आयकरदाताओं के बैंक, वीजा और अन्य महत्वपूर्ण कार्य अटक गए हैं। टैक्स बार ने सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि रिटर्न भरने के लिए अप्रैल से जुलाई तक केवल चार महीने का समय दिया जाता है, जिनमें से दो महीने पहले ही बर्बाद हो चुके हैं। यह स्थिति करदाताओं के लिए अनुचित है।
टैक्स बार ने यह भी मांग की है कि रिटर्न फॉर्म की देरी को ध्यान में रखते हुए रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तिथि को 31 जुलाई से बढ़ाकर 30 सितंबर किया जाए। एसोसिएशन का आरोप है कि सरकार जानबूझकर रिटर्न में देरी कर रही है, ताकि करदाताओं से लेट फीस के नाम पर अतिरिक्त वसूली की जा सके। साथ ही, उन्होंने यह मांग भी की कि देरी के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
इसी क्रम में टैक्स बार की वार्षिक बैठक एक निजी रिसोर्ट में संपन्न हुई, जिसमें बार के संविधान में संशोधन को भी मंजूरी दी गई। अब कार्यकारिणी सदस्यों के लिए 75% बैठक उपस्थिति अनिवार्य कर दी गई है। जो सदस्य इस उपस्थिति सीमा को पूरा नहीं करेंगे, वे अगले चुनाव में अयोग्य माने जाएंगे। बैठक में यह मुद्दा इसलिए उठाया गया क्योंकि कई सदस्य चुनाव के समय सक्रिय रहते हैं, लेकिन निर्वाचित होने के बाद बैठकों में शामिल नहीं होते।
बैठक की अध्यक्षता बार अध्यक्ष पूरन चंद्र पांडे ने की तथा संचालन उपसचिव मनु अग्रवाल ने किया। इस अवसर पर वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रबल बंसल, कनिष्ठ उपाध्यक्ष मोहम्मद फिरोज, प्रेस प्रवक्ता गुलरेज़ रज़ा, कोषाध्यक्ष विशाल रस्तोगी, सागर भट्ट, फैजुल हक, संजीव अग्रवाल, मनोज अग्रवाल, राकेश राही, भोपाल रावत, रोहित माहेश्वरी, जीशान मलिक, मनोज बिष्ट, लइक अहमद, आयुष अग्रवाल समेत कई अधिवक्ता उपस्थित रहे।

