मालधन में बिगड़ती स्थिति पर महिला मंच सख्त, 15 दिन में कार्रवाई नहीं तो आंदोलन
स्वास्थ्य सेवाओं की माँग और अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई की उठी आवाज
मालधन (उत्तराखंड)। महिला एकता मंच ने “नशा नहीं, इलाज दो” अभियान को आगे बढ़ाते हुए रविवार को मालधन चौकी प्रभारी व स्वास्थ्य महानिदेशक उत्तराखंड को ज्ञापन सौंपा। मंच ने क्षेत्र में बढ़ते नशे के प्रभाव और चिकित्सा सुविधाओं की कमी को लेकर गंभीर चिंता जताई।
महिला एकता मंच की सदस्यों ने चौकी प्रभारी से कहा कि मालधन क्षेत्र में कच्ची और अवैध शराब के कारण माहौल दिन-ब-दिन बिगड़ता जा रहा है। इसका सीधा असर महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा पर पड़ रहा है, जिससे उनका घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है। मंच ने पुलिस प्रशासन से मांग की कि अवैध शराब कारोबार में लिप्त लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
स्वास्थ्य सेवाओं के संदर्भ में मंच ने मालधन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आवश्यक विशेषज्ञ डॉक्टरों और स्टाफ की नियुक्ति की मांग की। ज्ञापन में सर्जन, निश्चेतक, बाल रोग विशेषज्ञ, पैरामेडिकल स्टाफ व रेडियोलॉजिस्ट की नियुक्ति, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड और आपातकालीन सुविधाएं शीघ्र उपलब्ध कराने की माँग की गई है। साथ ही मंच ने अस्पताल में तैनात चिकित्सक डॉ. प्रशांत कौशिक (फीजिशियन) और डॉ. अर्चना कौशिक (प्रसूति रोग विशेषज्ञ) का तबादला रोके जाने की भी मांग की।
डॉ. प्रशांत कौशिक ने जानकारी दी कि फिलहाल अस्पताल में सोम, मंगल और बुधवार को नेत्र रोग विशेषज्ञ की सेवाएं उपलब्ध हैं तथा रात में इमरजेंसी के लिए दो नर्सें अस्पताल में तैनात रहती हैं।
महिला मंच ने सरकार से हाल ही में नियुक्त 34 एक्सरे टेक्नीशियन में से एक को मालधन स्वास्थ्य केंद्र में नियुक्त करने की मांग भी की है। मंच ने चेतावनी दी है कि यदि 15 दिनों के भीतर उनकी मांगों पर कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
इस अवसर पर भगवती आर्य, पुष्पा आर्य, देबी, विनीता टम्टा, सरस्वती जोशी, कौशल्या चुनियाल, ममता आर्य, नीमा, हेमा, शिल्पी, गिरीश आर्य, महेंद्र आर्य सहित अनेक लोग मौजूद रहे।
