27 साल पुराने विद्यालय की मरम्मत की लगातार गुहार, पर नहीं मिला समाधान
चमोली, 3 जुलाई 2025: चमोली जिले के गैरसैंण ब्लॉक स्थित छोटे से गांव जखेट में वर्ष 1998 में स्थापित राजकीय प्राथमिक विद्यालय आज खुद ही बदहाल स्थिति का शिकार हो गया है। कभी दर्जनों बच्चों की चहचहाहट से गूंजने वाला यह विद्यालय अब अपने जर्जर भवन और घटती छात्र संख्या से जूझ रहा है। 27 वर्षों के लंबे अंतराल के बावजूद विद्यालय की मरम्मत नहीं हो सकी है, जिससे यह पूरी तरह जीर्ण-शीर्ण अवस्था में पहुंच चुका है।
ग्रामीणों ने कई बार शासन-प्रशासन से विद्यालय की मरम्मत और सुविधाएं बहाल करने की मांग की, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। विद्यालय की वर्तमान अध्यक्ष कल्पेश्वरी देवी ने सीकेसी सर से विचार-विमर्श कर और ग्रामवासियों की सहमति से यह निर्णय लिया है कि विद्यालय की पढ़ाई अब पंचायत भवन में करवाई जाएगी।
खराब भवन की वजह से अब विद्यालय में मात्र 15 बच्चे ही पढ़ाई कर रहे हैं। अधिकांश अभिभावक या तो अपने बच्चों को दूसरे गांवों में पढ़ा रहे हैं या फिर बेहतर सुविधाओं की तलाश में पलायन कर चुके हैं।
विद्यालय की अध्यक्ष परमेश्वरी देवी ने बताया कि “शिक्षा व्यवस्था को बनाए रखने के लिए हमने पंचायत भवन में अस्थायी रूप से पढ़ाई शुरू करवाई है, लेकिन स्थायी समाधान के लिए शासन को जल्द हस्तक्षेप करना चाहिए।”
ग्रामीणों की इस पहल ने यह तो स्पष्ट कर दिया है कि शिक्षा के प्रति उनकी जागरूकता कम नहीं है, लेकिन शासन की अनदेखी एक ऐतिहासिक विद्यालय को खत्म कर रही है। अब सवाल यह है कि क्या शासन-प्रशासन जखेट गांव की इस पुकार को सुनेगा?
