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इश्क का चढ़ा भूत, कर दी नौ लोगों की जिंदगी बर्बाद

प्रेमी और प्रेमिका ने खाया जहर, प्रेमिका कि मौत

प्रेमी की हालत खतरे से बाहर, दोनों अलग-अलग समुदाय के

हल्द्वानी: हल्द्वानी में प्रेम कि एक अजब कहानी का आज अंत हो गया, जहा प्रेमी और प्रेमिका ने प्रेमी के घर में जहर खा लिया। दोनों को डा. सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां प्रेमिका की मौत हो गई। जबकि प्रेमी का उपचार जारी है। प्रेमिका के पति ने पत्नी की मौत में दोषी पत्नी के प्रेमी, प्रेमी कि पत्नी व इस के लिए दोषी एक अन्य महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है।

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार निवासी राजेश गुप्ता अपनी पत्नी लता और तीन बच्चों के साथ सावित्री कालोनी बनभूलपुरा में रहता है। वही वसीम अपनी पत्नी फिरदौस और दो बच्चों के साथ शनिबाजार के पास रहता है लता और वसीम के बीच पिछले करीब तीन-चार साल से प्रेम- प्रसंग चल रहा था।

कहानी कहा से हुई शुरू

राजेश गुप्ता और वसीम का परिवार इंद्रानगर में आस-पास रहता था तो इस बीच राजेश की पत्नी लता और राजेश की आंखे चार हो गयी। लता और वसीम के बीच पिछले करीब तीन साल से प्रेम- प्रसंग चल रहा था। इस बीच इन्द्रानगर में लोगों को इनके सम्बन्धो कि भनक लग गयी और क्षेत्रीय लोगों के विरोध के बाद, दोनों के मकान मालिको ने चार-माह पहले दोनों से किराए के घर खाली करा दिए।

घरों में दूरी होने के बाद भी दोनों के मिजाज नहीं बदले सके। परिवार को लगा कि घरों के बीच दूरी बढ़ेगी तो शायद दोनों अलग हो जाएं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दोनों परिवार की पीठ पीछे और ज्यादा समय साथ रहने लगे। इस बीच दोनों ने दिल्ली भागने की योजना बनाई लेकिन इसकी भनक वसीम की पत्नी को लग गयी और वह एक महिला मित्र के साथ लता के घर पहुंच गई। और लता को जबरन अपने घर ले गई। जहां उसके साथ मारपीट की गई। वसीम भी वहीं मौजूद था। वसीम पत्नी को तलाक देकर लता के साथ रहने की जिद्द पर अड़ा था।

परिवार के विरोध के बीच वसीम और लता ने जहर खा लिया। हालत बिगड़ने पर फिरदौस दोनों को एसटीएच लेकर पहुंची। जहां उपचार के दौरान लता की मौत हो गई। जबकि वसीम की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। इधर, मृतका के पति राजेश ने वसीम, वसीम की पत्नी फिरदौस व एक अन्य महिला के खिलाफ तहरीर दी है। पुलिस द्वारा मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।

जेल भी जा चूका है वसीम एक साल पहले इस प्रकरण में

लता और वसीम ने सारी हदें लांघ दी थी। दोनों के सर पर प्यार का भूत ऐसा सवार था की न उसको उसके बच्चे दिखायी देते थे न समाज, दोनों एक दुसरे को छोड़ने को तैयार नहीं थे। जब ज्यादा दबाव डाला तो एक साल पहले दोनों घर से भाग गए। शिकायत पर पुलिस ने दोनों रुद्रपुर से बरामद किया था। वसीम जेल गया और लता को पुलिस ने मुचलका भर कर छोड़ दिया।

इतना ही नहीं बताया जा रहा है कि लता अपने साथ मायके जाते समय वसीम को भी साथ ले जाया करती थी। कई कई दिनों तक यहाँ मायके में दोनों साथ रहते थे। राजेश के बड़े भाई ने बताया कि लता के मायके वालों ने भी कभी इस बात का विरोध नहीं किया। मायका पक्ष समझाता तो शायद यह नौबत नहीं आती। लता का मायका यही नैनीताल जिले के सरना पदमपुरी में है।

 

 


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