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शहर का हाल, महेश शर्मा, पीड़ित युवती, छात्र नेता, पुनीत कुमार गोयल, महिला आयोग और पुलिस-  अब आगे क्या होगा

पैसा चलेगा या पीडितो के साथ होगा न्याय

छात्र नेताओ की गिरफ्तारी के लिए घूम रही पुलिस, क्या करेगी आरोपी महेश शर्मा के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई

लूट, बलवा, अपहरण और धमकाने समेत कई गंभीर धाराएं लग गयी छात्र नेताओं पर

महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने एसएसपी नैनीताल पीएन मीणा से फोन पर बात कर घटना में त्वरित कार्रवाई करने के दिए निर्देश

हल्द्वानी। न्यूरोसर्जन द्वारा पैथोलॉजी लैब संचालिका के साथ दुष्कर्म के प्रयास और धमकी के मामले में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने संज्ञान लिया है। आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि डाक्टर महेश ने पीड़िता को एक तरफ लैब के संचालन के साथ दुष्कर्म का प्रयास, छेड़छाड़ व धमकी  जिस तरह का व्यवहार किया है , दूसरी तरफ अपनी पत्नी से कलह रहने और जल्द उससे तलाक लेने की बात करते थे। जहाँ न्यूरोसर्जन द्वारा एक साथ दो महिलाओं को धोका देने की बात सामने आ रही है

उन्होंने  कहा कि जिन डॉक्टरों को हम भगवान स्वरूप मानते हैं, उनकी ओर से गलत घटनाओं को अंजाम दिया जाएगा तो यह अत्यंत निंदनीय है। कहा कि पीड़िता के साथ यदि कहीं भी किसी भी प्रकार से गलत किया गया है तो आरोपी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करते हुए युवती को न्याय दिलाया जाए। इस सम्बन्ध में कुसुम कंडवाल ने एसएसपी नैनीताल पीएन मीणा से फोन पर बात कर घटना में त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए वहीं उन्होंने कहा कि यदि कार्य क्षेत्र में महिला सुरक्षित नहीं होगी तो परिवार में और समाज में महिलाओं के कार्य करने पर प्रश्नचिह्न खड़ा होगा।

दूसरी तरफ डॉक्टर को दौड़ा- दौड़ाकर पीटने वाले छह आरोपियों को पुलिस चार दिन बीतने के बाद भी गिरफ्तार नहीं कर पाई है।  बता दे कि पांच जुलाई की दोपहर करीब 12:30 बजे छात्रनेता विशाल सैनी ने मुखानी रोड स्थित रेडिएंट हॉस्पिटल के डॉ. पुनीत कुमार गोयल के केबिन में घुसकर उनसे मारपीट की। इसके बाद दराज में रखे 40 हजार रुपये भी निकाल लिए।

डॉक्टर ने लगाये आरोप के मुताबिक कुछ देर बाद छात्रसंघ अध्यक्ष सूरज रमोला, हितेश जोशी, राहुल मठपाल, मनीकेत तोमर, मोहित खोलिया व अन्य वहां पहुंच गए। उन्होंने भी डॉक्टर को जमकर पीटा। मामले में पुलिस ने आठ जुलाई की देर रात नामजद केस दर्ज कर जांच शुरू की थी।

मामले में सभी छह पर लूट, बलवा, अपहरण और धमकाने समेत कई गंभीर धाराएं लगाई गई थीं। एसपी सिटी प्रकाश चंद का कहना है कि आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस टीमें अलग-अलग शहरों में भेजी गई हैं। लगातार दबिश दी जा रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। अब इसमें निष्पक्ष जाँच होने के बाद ही ज्ञात होगा कि छात्र नेताओ पर लूट, बलवा, अपहरण और धमकाने सम्बन्धी मुकदमे लगाये गए है या दबाब में, सोचनीय विषय यह भी है कि छात्र नेताओं की गिरफ्तारी के लिए पुलिस द्वारा जो कार्यवाही की जा रही है क्या यही दबिश न्यूरोसर्जन के लिए भी दी जायेगी।


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