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राज्य आंदोलनकारियो का दुःख, पहले राज्य के लिए दी क़ुरबानी अब …

अब भी चिन्हीकरण से वंचित है राज्य के आन्दोलनकारी

हल्द्वानी: उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी मंच द्वारा 17 अगस्त 2024 को हल्द्वानी में आहुत सम्मेलन सभी जिलों और सभी शहरों से आए राज्य के आंदोलनकारियों के सहयोग से सफल रहा सम्मेलन में पिथौरागढ़ अल्मोड़ा द्वाराहाट चंपावत रुद्रपुर खटीमा रामनगर काशीपुर बाजपुर देहरादून , पौड़ी और कोटद्वार के राज्य आंदोलनकारी उपस्थित रहे सभी ने एक सुर में राज्य में हो रही सभी अवस्थाओं पर अपने-अपने विचार व्यक्त किए सभी आंदोलनकारी ने सम्मेलन में उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों को 10% क्षैतिज आरक्षण की मांग प्रमुखता से उठाई और उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी को स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की तरह सभी सुविधाएं देने की मांग की।

उत्तराखंड राज्य में चिन्हीकरण से वंचित वास्तविक राज्य आंदोलनकारी के चिन्हीकरण की प्रक्रिया फिर से शुरू करने की मांग भी जोरदार तरीके से उठाई गई इस अवसर पर सम्मेलन की अध्यक्षता भुवन चंद जोशी और संचालन संयुक्त रूप से प्रभात ध्यानी डॉ केदार पलडिया हरीश पाठक हुकुम सिंह कुंवर द्वारा  किया गया। इस अवसर पर मुख्य रूप अतिथि के रूप में उपस्थित प्रतिपक्ष नेता उत्तराखंड श्री यशपाल आर्य और विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित हल्द्वानी के विधायक सुमित हृदेश उत्तराखंड सरकार के राज्य मंत्री अनिल कुमार डब्बू बीजेपी के जिला अध्यक्ष प्रताप बिष्ट एवं उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के अध्यक्ष पी सी तिवाड़ी को उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी द्वारा एक मांग पत्र प्रेषित किया गया और उनसे इन मांग पत्रों पर विधानसभा में उठाने और सरकार से पारित कराने का अनुरोध किया गया।

इस अवसर पर राज्यपाल द्वारा 10% 36 आरक्षण का विधायक पारित नहीं होने के कारण 28 अगस्त को सभी आंदोलनकारी द्वारा तहसील और जिले के माध्यम से एक ज्ञापन अपनी मांगों के सम्बन्ध में राज्यपाल महोदय को भेजा जाएगा और उसके बाद अगर उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी के आरक्षण की मांग पर कोई कार्रवाई नहीं होती तो राज्यपाल का घेराव कार्यक्रम किया जाएगा , इस अवसर पर वक्ता के रूप में नैनीताल से पान सिंह सिज़वाली, मनमोहन कनवाल डॉ महेंद्र पाल, सैयद नदीम मून हल्द्वानी से हेमंत बगड़वाल, डॉ बालम सिंह बिष्ट, खड़क सिंह बगड़वाल, ब्रजमोहन सिजवाली चंद्रशेखर कापड़ी ,मोहिनी बंगारी, देवी शर्मा मोहन पाठक ललित जोशी  जगमोहन बगड़वाल गजराज बिष्ट सुशील भट्ट राजेंद्र खनवाल देहरादून से प्रदीप कुकरेती जितेंद्र चौहान पौड़ी से धूमा रावत द्वाराहाट से विजेंद्र बजेटा जगदीश बुधानी कैलाश भट्ट चंपावत से राजू शर्मा, खटीमा से शिवशंकर भाटिया कैलाश भट्ट राम सिंह धामी कांति जोशी, भीमताल से हेम पाठक रामनगर से निशान्त पपने रईस अहमद इंद्र सिंह मनराल नवीन नैथानी गबुआ से प्रकाश पाठक प्रयाग तिवाड़ी लालकुआं से प्रकाश उत्तराखंडी नंदन सिंह जग्गी,  फुर्दु , पिथौरागढ़ से चंद्रशेखर कापरी नरेश भट्ट  रूद्रपुर से अवतार सिंह बिष्ट किच्छा से हरीश पनेरु आदि लोगों ने अपने विचार रखें।

इस अवसर पर भुवन पांडे अयोध्या प्रसाद केसरवानी यमुना दत्त बेलवाल कैलाश तिवारी सुरेंद्र लाल शाह राजेंद्र पाल शर्मा प्रदीप अनरिया आनंद सिंह बिष्ट मनोज जोशी उमेश जोशी चंद्रशेखर भट्ट पान सिंह रौतेला मोहन तिवारी अमित सिंह मुन्ना पाठक सुरेश पाल सागर देवी लाल शर्मा हरीश नेहरू वली अहमद सुरेंद्र सिंह जमवाल पूरन मेहरा प्रकाश आर्य मोहन सिंह धोनी मदन मोहन जोशी दिनेश भट्ट उमेद सिंह बसंती तिवारी पदमा शर्मा दुर्गा शर्मा राजू शर्मा पीतांबरी शांति बिष्ट मंटू जोशी देवकी बिष्ट जानकी जोशी शांति बिष्ट नवीन जोशी राजेंद्र पाल शर्मा विनीत लोहनी पाना देवी भगवती पटवाल पुष्पा आर्य बसंती तिवारी पदमा शर्मा दुर्गा शर्मा शीतल पल जगन्नाथ सिंह काकोटी चंद्रा कपकोटी भगवती प्रसाद अमित पंत लीला देवी चंद्रा देवी सुमित थापा सत्येंद्र नौगाई केशव उनियाल कृष्णानंद जोशी पी एस रौतेला आदि लोग उपस्थित थे।


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