मैनेजर को फंसा कर विदेश भागे सॉस फैक्ट्री के मैनेजिग डारेक्टर एंव डारेक्टर
हल्द्वानी: गौलापार की मशहूर सॉस फैक्ट्री के स्वामी सुबरत दरम्वाल पुत्र श्री पी०एस० दरम्वाल, निवासी दरम्वाल बिल्डिंग नियर मकान न0 5, फ्लैट न0 301, निखाना कन्ट्री न० 1, नियर गोल्फ कोर्स एक्सटेंसन रोड, गुडगांव, हरियाणा को अपर न्यायिक मजिस्ट्रेट अखिलेश कुमार की कोर्ट ने स्थायी भगोड़ा घोषित कर दिया है। वह अपने ही मैनेजर को फंसा कर और व्यापारियों का लाखों रुपये लेकर फरार है।
मगध कॉलोनी विहार निवासी रूपेश सिंह की ओर से पैरवी कर रहे अधिवक्ता राजन सिंह मेहरा ने बताया कि सुब्रत दरम्वाल और उसकी पत्नी चित्रा दरम्वाल की बायोटेक एंड फूड्स प्रा.लि. व बायोलाइफ फूड्स लिमिटेड के नाम से सॉस फैक्ट्री थी। पी० एस दरम्वाल, श्रीमती चित्रा दरम्वाल बायोटेक एण्ड फूडस प्रा०लिव एव बायोलाईफ फूडस लि० के मैनेजिग डारेक्टर एंव डारेक्टर थे। इन्होंने वर्ष 2016 में रूपेश सिंह को उत्तराखण्ड मे स्थित अपने व्यासायिक स्थान में यह कहते हुए सिपट करने के लिए उक्साया कि उसका व्यवसाय दिल्ली की अपेक्षा नवाड खेडा गौलापार में काफी अच्छा चलेंगा तथा उनका वहाँ पर अपना व्यासायिक प्रतिष्ठन है।
जिस का प्रथम तल खाली है। जिस पर रूपेश सिंह बिना किसी किराये के अपना व्यवसाय चला सकता बशर्ते की रूपेश सिंह को उनकी कम्पनी के हित में उनके लिए बाजार में ग्राहक जोडने के साथ उनकी कम्पनी कि स्थिति सुधारने के लिए भी कार्य करना पडेगा जिसके एवज में वह उसे 1.5 लाख प्रति माह बेतन भी देगे। और बतौर मैनेजर डेढ़ लाख रुपये महीने पर नौकरी पर रख दिया और अपना दोनों गुड़गांव चले गए।
आरोपियों ने रूपेश से बाजार से उधार का सामन खरीद कर बिक्री का पैसा उठा कर भेजने को कहा। जिस पर रूपेश ने बाजार से लाखों रुपये उठा कर सुब्रत को आरटीजीएस कर दिया। जिसके बाद वह फरार हो गया। रूपेश ने मामले की शिकायत 2016 में काठगोदाम पुलिस से की। जिसके बाद सुब्रत हल्द्वानी आया और 75 लाख रुपये का चेक देकर फिर वापिस चला गया। लेकिन सुब्रत द्वारा दिये गए दोनों चेक बाउंस हो गए जिसके बाद रूपेश द्वारा सुब्रत के खिलाफ 138 एन आई एक्ट का मुकदमा किया गया।
मामले में अभियुक्त के न उपस्थिति होने पर गैर जमानती वारण्ट व अन्य आदेशिकायें जारी की गयी। अभियुक्त के गैर जमानती वारण्ट घोषित होने के बाद भी न्यायालय में उपस्थिति ना होने पर सुनवाई कर अपर न्यायिक मजिस्ट्रेट अखिलेश कुमार ने सुब्रत को स्थायी तौर पर भगोड़ा घोषित कर दिया है।

