नशीले पदार्थों का पकड़ा जखीरा, समुद्र के रास्ते भारत में लायी जा रही थी 3,300 किलो ड्रग्स की बड़ी खेप
अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी अनुमानित कीमत 1,500 से 2,000 करोड़
पैकेटों पर पाकिस्तानी कंपनी की मुहर
पोरबंदर। एक ओर जहा हमारे देश के प्रधानमंत्री भारत देश को नशामुक्त करने कि कोशिस में लगे है, वही दूसरी तरफ भारत देश में सक्रीय नशे के सौदागर युवा पीड़ी के भविष्य के साथ खेलते जा रहे है, और ड्रग्स को भारत देश में विदेशो से ला रहे है। कुछ वर्षों में समुद्री मार्ग से ड्रग्स लाने की तस्करी भी बड़ी है। बुधवार को भारतीय एजेंसियों ने गुजरात तट के पास अरब सागर में ईरानी नौका से 3,300 किलोग्राम लायी जा रही ड्रग्स को जब्त किया है।
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी), नौसेना और गुजरात पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते ने संयुक्त अभियान में नशीले पदार्थों का जखीरा बरामद करने के साथ ही पांच विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया। समुद्र में अब तक बरामद नशीले पदार्थों की यह सबसे बड़ी खेप है। इससे पहले, पिछले साल मई में केरल तट के पास 2,500 किलो ड्रग्स पकड़ी गई थी। जब्त की गई 3,300 किलोग्राम ड्रग्स में 3,089 किलोग्राम चरस, 158 किलो मेथमफेटामाइन और 25 किलो मॉर्फिन है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी अनुमानित कीमत 1,500 से 2,000 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
जब्त ड्रग्स के पैकटों पर पाकिस्तानी कंपनी ‘रास अवाद गुड्स’ की मुहर लगी है। यह खेप ईरान के चाबहार बंदरगाह से रवाना हुई थी। पकड़े गये पांच विदेशी नागरिकों के पास से एक थुराया सैटेलाइट फोन और चार मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं। नागरिकता से सम्बंधित कोई दस्तावेज उनके पास से नहीं मिला है। विदेशी नागरिकों के पाकिस्तानी या होने की संभावना जताई जा रही है।
