बागेश्वर: मोबाइल टावर की बैटरियाँ चोरी करने वाला गिरोह बेनकाब, दो और आरोपी गिरफ्तार
अब तक 5 आरोपी गिरफ्तार, 3.76 लाख रुपये मूल्य की 4 बैटरियाँ बरामद
संवाददाता सीमा खेतवाल
बागेश्वर।जनपद बागेश्वर के थाना कपकोट क्षेत्र अंतर्गत ग्राम लाथी (शामा) में बीएसएनएल मोबाइल टावर से 7 बैटरियाँ चोरी होने के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने अब तक कुल 5 आरोपियों को पकड़ लिया है, जिनमें से 3 पहले ही न्यायिक हिरासत में भेजे जा चुके हैं। चोरी की गई बैटरियों में से चार बैटरियाँ बरामद कर ली गई हैं, जिनकी कीमत लगभग 3.76 लाख रुपये आंकी गई है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी बागेश्वर श्री चंद्रशेखर घोडके के निर्देश पर व सीओ अजय शाह के पर्यवेक्षण में एक पुलिस टीम गठित की गई थी। पूछताछ के दौरान पहले से गिरफ्तार शिवम मौर्य ने खुलासा किया कि वह अपने साथियों के साथ मिलकर मोबाइल टावरों से बैटरियाँ चोरी करता था। गिरोह का एक सदस्य राहुल चौधरी, मोबाइल टावरों में सिविल इंजीनियरिंग का कार्य करता था और उसे टावरों की लोकेशन की पूरी जानकारी होती थी। वही जानकारी शिवम व अन्य साथियों को दी जाती थी, जिसके बाद योजनाबद्ध तरीके से चोरी की घटनाएं अंजाम दी जाती थीं।
पुलिस की टीमें पहले से ही बाहरी राज्यों में संदिग्ध व्यक्तियों की तलाश में लगी थीं। पतारसी, सुरागरसी और सर्विलांस की मदद से पुलिस ने उत्तर प्रदेश के बरेली से दो शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें पहला है रवि उर्फ रवि दिवाकर उर्फ रवि भारती, उम्र 21 वर्ष, निवासी शांति विहार, सिठौरा, थाना सुभाषनगर, जिला बरेली और दूसरा कुलदीप यादव, उम्र 22 वर्ष, निवासी गणेशनगर, गली नंबर 5, थाना सुभाषनगर, जिला बरेली। इन दोनों आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने चोरी की गई चार बैटरियाँ बरामद की हैं।
अब तक इस मामले में कुल पाँच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें शिवम मौर्य (निवासी काशीपुर) और राहुल चौधरी (निवासी काशीपुर) पहले से ही जेल में हैं। गिरीश कुमार उर्फ सचिन ठाकुर (निवासी बरेली) को भी पहले गिरफ्तार किया जा चुका है। हाल ही में गिरफ्तार हुए रवि दिवाकर और कुलदीप यादव (दोनों बरेली निवासी) को भी न्यायिक प्रक्रिया के तहत अदालत में प्रस्तुत किया गया है।
पुलिस ने चोरी की गई बीएसएनएल मोबाइल टावर की चार बैटरियाँ, जिनकी कुल कीमत ₹3,76,000 रुपये है, बरामद की हैं। सभी गिरफ्तार आरोपियों को माननीय न्यायालय में प्रस्तुत किया गया है। पुलिस का कहना है कि गिरोह से जुड़े अन्य पहलुओं की भी गहन जांच की जा रही है और इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश भी जारी है।
