पेपर लीक मामले में बड़ा खुलासा, आरोपियों ने उगले कई राज
तीस लाख रूपये में बिका पेपर, जिसके बाद रटवाए गए थे उम्मीदवारों को इसके उत्तर
नीट पेपर लीक मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। आरोपियों ने पूछताछ के दौरान कबूल कर लिया है कि पेपर लीक मामले में बड़ा खेल खेला गया था। आरोपियों ने बताया है कि 4 मई को ही पेपर मिल गए थे, जिसके बाद सेफ हाउस में उम्मीदवारों को उत्तर रटवाए गए।
आपको बता दें कि आरोपियों ने ये भी कबूल कर लिया है कि नीट पेपर लीक मामले में 30 लाख रुपये से ज्यादा पैसे लिए गए थे। यह अपडेट तब आया है जब एसआईटी ने 14 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में पूछताछ के दौरान और क्या-क्या खुलासे हुए हैं, इसकी पूरी जानकारी जल्द ही हमारे सामने होगी।
इससे एक दिन पहले ही पुलिस ने नीट पेपर लीक मामले में चेक भी बरामद किए थे। पंचमहल SP ने एक बयान में कहा था- ‘5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। छानबीन अभी भी चालू है। आठ मई को ये मामला दर्ज हुआ था। सेंटर कॉर्डिनेटर को गिरफ्तार किया है। जिनके संपर्क में ये था, उनको भी गिरफ्तार किया है। छात्रों को पास करवाने का इन्होंने तय किया था।’
नीट एग्जाम वाले स्कूल पर पहुंची रिपब्लिक की टीम
रिपब्लिक भारत की टीम गोधरा में स्थित उस स्कूल के उस क्लास रूम के अंदर पहुंची, जहां बच्चों ने NEET के एग्जाम दिए और जहां बच्चों को बोला गया था कि जिसका जवाब आता है, वही लिखना। बाद में तुषार भट एग्जाम देने आए बच्चों की आंसर शीट खुद भरने वाला है। 30 बच्चों की जानकारी तुषार भट के फोन से मिली। बच्चों से एग्जाम पास करवाने के लिए 10-10 लाख लिए गए। जांच में सामने आया कि टीचर तुषार भट इंटरनेट की मदद से बच्चो की आंसर सीट भरने वाला था। एग्जाम के बाद बड़े संस्थान आंसर सीट इंटरनेट पर अपलोड कर देते हैं, उसी की मदद से तुषार भट बच्चों की आंसर शीट भरने वाला था।
NEET-UG 2024 परीक्षा को लेकर नई याचिका
इससे पहले नीट परीक्षा मामले में एक नई याचिका अदालत में लगाई गई। याचिका में इस परीक्षा में 620 अंक से ज्यादा पाने वाले छात्रों की अकादमिक और फॉरेंसिक जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी या सुप्रीम कोर्ट के द्वारा गठित की गई कमेटी के द्वारा कराए जाने का आदेश जारी करने को कहा गया। इसके अलावा मांग ये भी उठी है कि NEET की इस परीक्षा को दोबारा कराई जाए। साथ ही केंद्र सरकार और इस परीक्षा को करने वाली एजेंसियों को एग्जाम के दौरान पारदर्शिता बरतने, पेपर लीक न होने और परीक्षा के दौरान गलत तरीकों के इस्तेमाल भविष्य न हो, इसके लिए उचित कदम उठाए जाने का निर्देश देने की मांग की गई है।