सास-दामाद के रिश्ते से गांव में उबाल, परिवार और समाज ने जताया कड़ा विरोध
अलीगढ़। मडराक क्षेत्र के गांव मनोहरपुर कायस्थ में एक असामान्य रिश्ते ने पूरे इलाके में हलचल मचा दी है। यहां एक महिला और उसके होने वाले दामाद के बीच प्रेम संबंध सामने आने के बाद न सिर्फ एक शादी टूट गई, बल्कि पूरा परिवार भी बिखर गया। यह मामला अब कानूनी प्रक्रिया और सामाजिक बहस का विषय बन गया है।
शादी से पहले रिश्ते का खुलासा
गांव के रहने वाले जितेंद्र की पत्नी सपना और बेटी के मंगेतर राहुल (निवासी मछरिया, थाना दादों) के बीच करीबियों की खबर ने सभी को चौंका दिया। बताया जा रहा है कि 16 अप्रैल को राहुल की बारात इसी घर में आने वाली थी। लेकिन इससे पहले, 6 अप्रैल को सपना और राहुल अचानक घर से गायब हो गए।
थाने पहुंचकर कही ‘अपनी मर्जी‘ की बात
गायब होने के बाद परिवार ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस जब तलाश में जुटी थी, उसी दौरान दोनों बुधवार को दादों थाने पहुंचे और साफ शब्दों में कहा कि वे दोनों बालिग हैं और अपनी मर्जी से साथ रहना चाहते हैं। महिला के बेटे और अन्य परिजन समझाने की कोशिश करते रहे, लेकिन सपना ने परिवार के साथ लौटने से इनकार कर दिया।
रात पड़ी पड़ोसी के घर, अगली सुबह हो गए गायब
जब राहुल के परिवार ने भी इस रिश्ते को स्वीकार करने से इनकार कर दिया, तो सपना और राहुल को घर में रुकने नहीं दिया गया। बताया जा रहा है कि उन्होंने रात पड़ोसियों के घर में गुजारी और सुबह होते ही वे फिर से कहीं निकल गए। एक दोस्त ने उन्हें आखिरी बार बाइक से पाली क्षेत्र में छोड़ने की बात कही है।
काउंसिलिंग भी रही नाकाम
मामला परिवार परामर्श केंद्र तक पहुंचा, जहां दोनों की काउंसिलिंग की गई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। महिला के बेटे बार-बार आग्रह करते रहे कि वह घर लौट आए, लेकिन सपना ने सभी बातों को ठुकरा दिया। एसपी देहात अमृच जैन के अनुसार, चूंकि दोनों बालिग हैं, इसलिए कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद महिला को राहुल के साथ भेजा गया।
परिवार का दर्द, बेटी का ऐलान
सपना की बेटी ने कहा कि अब उनकी मां उनके लिए मर चुकी है। उन्होंने मां से सभी संबंध तोड़ने की बात कहते हुए सिर्फ अपने गहनों और पैसे की वापसी की मांग की है। वहीं, परिवार ने इस पूरे मामले पर चुप्पी साध ली है। राहुल के पिता भी कुछ भी बोलने से बचते नजर आए।
नया रिश्ता, नया विवाद
इस मामले ने पारंपरिक पारिवारिक संरचना और सामाजिक मान्यताओं को एक बार फिर सवालों के घेरे में ला खड़ा किया है। जहां एक ओर महिला अपने “पसंद के जीवन” के फैसले पर अडिग है, वहीं दूसरी ओर उसका परिवार टूट कर बिखर गया है। यह मामला सिर्फ एक प्रेम कहानी नहीं, बल्कि सामाजिक और पारिवारिक मूल्यों की जटिलता का भी उदाहरण बन गया है।
गांव वालों ने किया बहिष्कार, मिली धमकी भरी कॉल
मडराक क्षेत्र के गांव मनोहरपुर कायस्थ में सास और होने वाले दामाद के बीच उपजे प्रेम संबंधों ने एक नया मोड़ ले लिया है। अब जहां एक ओर परिवार और समाज इस रिश्ते को पूरी तरह नकार चुका है, वहीं गांव वालों ने भी एक स्वर में दोनों के बहिष्कार की घोषणा कर दी है। महिलाओं ने भी खुलकर विरोध किया है और अब गांव में इनके प्रवेश पर रोक लगाने की बात की जा रही है।
परिवार ने निकाला, गांव ने ठुकराया
महिला सपना और राहुल के रिश्ते को पहले ही राहुल के परिजनों ने अस्वीकार कर दिया था। शुक्रवार रात जब दोनों गांव लौटे तो राहुल के पिता होरीलाल ने साफ शब्दों में कहा कि उन्होंने बेटे को बेटे के रूप में नहीं स्वीकारा और सपना को घर में जगह नहीं दी जाएगी। रात को दोनों ने किसी पड़ोसी के घर में शरण ली, लेकिन अगली सुबह फिर से वे गांव से चले गए।
गांव में बढ़ा आक्रोश, पंचायत की चेतावनी
राहुल के पिता के विरोध के बाद गांव में भी माहौल गर्म हो गया। ग्रामीणों ने फैसला लिया है कि इस तरह के रिश्ते को गांव में जगह नहीं दी जाएगी। महिलाएं भी सड़कों पर उतर आई हैं और उन्होंने सामूहिक रूप से कहा है कि सपना को गांव में रहने नहीं दिया जाएगा। ग्रामीणों का कहना है कि समाज की मर्यादाओं को तोड़ने वालों के लिए यहां कोई जगह नहीं है।
धमकी भरी कॉल से बढ़ी चिंता
इस बीच राहुल के पिता और गांव के प्रधान के बेटे को अज्ञात नंबरों से धमकी भरे कॉल भी आए हैं। फोन करने वाले ने कहा कि वे उनके परिवार के सदस्यों को “उठा ले जाएंगे” और गांव में पंचायत कर “सबक सिखाएंगे”। इससे परिवार में भय का माहौल है और पुलिस को सूचित किया गया है।
सामाजिक तकरार और कानूनी पेच
यह मामला केवल एक प्रेम प्रसंग नहीं रह गया है, बल्कि सामाजिक स्वीकार्यता, मर्यादा और सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा बन गया है। दोनों पक्षों के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। पुलिस का कहना है कि दोनों बालिग हैं, और अपनी मर्जी से रह सकते हैं, लेकिन सामाजिक विरोध लगातार बढ़ रहा है।
क्या है पूरा मामला?
- सपना की बेटी की शादी राहुल से तय थी, बारात 16 अप्रैल को आनी थी।
- लेकिन 6 अप्रैल को सपना और राहुल घर से भाग गए।
- 10 अप्रैल को दोनों थाने पहुंचे और कहा कि वे अपनी मर्जी से साथ रहना चाहते हैं।
- परिवार परामर्श केंद्र में काउंसिलिंग के बाद भी सपना अपनी बात पर अड़ी रही।
- शुक्रवार को पुलिस ने सभी कानूनी प्रक्रिया के बाद महिला को राहुल के साथ भेज दिया।
- गांव पहुंचने पर राहुल के पिता ने दोनों को ठुकरा दिया, जिसके बाद दोनों फिर से गायब हो गए।
यह घटना अब केवल एक घरेलू विवाद नहीं रही, बल्कि सामाजिक व्यवस्था और मान्यताओं को चुनौती देने वाली स्थिति बन चुकी है। पुलिस अब इस पूरे मामले पर पैनी नजर बनाए हुए है, जबकि गांव में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
