Spread the love

भारत ने कनाडाई गैंगस्टर लखबीर सिंह लांडा को किया आतंकी घोषित, रॉकेट हमले का था आरोपी

10 लाख के इनामी पर पंजाब में दर्ज हैं 20 मामले

2017 में भागा था कनाडा

जालंधर/चंडीगढ़ : कनाडा बैठे खतरनाक गैंगस्टर लखबीर सिंह उर्फ  लांडा को भारत सरकार ने आतंकवादी घोषित कर दिया है।  लांडा चंडीगढ़ के साथ लगते मोहाली के पुलिस इंटेलिजेंस दफ्तर और आर.पी.जी. हमले का मास्टर माइंड है। उस पर तरनतारन थाने पर भी हमला करने का आरोप है। 33 साल का लखबीर सिंह लांडा मूल रूप से पंजाब के तरनतारन जिले का रहने वाला है। 2017 में वो कनाडा भाग गया था। गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम कानून (यूपीपीए) के तहत आतंकी घोषित लखबीर 2017 से कनाडा में रह रहा है और उसके खिलाफ पंजाब के कई जिलों में 20 से अधिक मामले दर्ज हैं। गृह मंत्रालय ने उसकी पहचान कुख्यात खालिस्तानी समूह बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के सदस्य के रूप में की है। माना जाता है कि लांडा के हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा के साथ करीबी संबंध हैं।  रिंदा पाकिस्तान में स्थित एक गैंगस्टर है और जिसने बीकेआई के साथ हाथ मिलाया है। भारत में लांडा ने कई बड़े हमलों को अंजाम दिया है। गृह मंत्रालय के अनुसार  लांडा न केवल मोहाली में रॉकेट हमले के लिए जिम्मेदार था। बल्कि सीमा पार से आतंकवादी गतिविधियों में लगे विभिन्न मॉड्यूलों को इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED), हथियार, अत्याधुनिक हथियार और विस्फोटकों की आपूर्ति में भी शामिल था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने उस पर 10 लाख का इनाम घोषित कर रखा है। आतंकी पन्नू और रिदा का करीबी बयान में कहा गया है कि वह सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू, खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) के आतंकी हरदीप सिंह निज्जर और पाकिस्तान में बीकेआई को ऑपरेट कर रहे हरविंदर सिंह रिंदा का करीबी है। लखबीर पर पहला केस जुलाई 2011 में आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज किया गया था। तब उसने हत्या का प्रयास किया था। पंजाब पुलिस ने रिंदा की मदद से कनाडा भागने से पहले उस पर आखिरी केस 2016 में दर्ज किया था।

 

 


Spread the love