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पीड़ित महिला की तहरीर पर न्यूरोसर्जन डा. महेश शर्मा पर दुष्कर्म के प्रयास का हुआ मुकदमा दर्ज

चैंबर में उससे अश्लील हरकतें की और जबरदस्ती करने का किया प्रयास

हल्द्वानी: सोशल मीडिया में बहुत दिनों से वायरल हो रहे शहर के मुखानी चौराहे से सुशीला तिवारी हॉस्पिटल जाने वाले रास्ते पर स्थिति विवेकानंद अस्पताल के मालिक व न्यूरोसर्जन डाक्टर महेश शर्मा पर आख़िरकार एक युवती ने शुक्रवार को थाने में दुष्कर्म का प्रयास, छेड़छाड़ व धमकी आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है।

अभी तीन दिन पहले ही एक घटना में  डॉ पुनीत कुमार गोयल द्वारा एमबीपीजी कॉलेज के अध्यक्ष समेत छह लोगों पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगाया था जिसके बाद मुकदमा लिखाये जाने से आक्रोशित छात्रों ने हल्द्वानी कोतवाली का घेराव कर छात्रों पर दर्ज मुकदमो को वापिस लेने की मांग की थी।

शिकायतकर्ता पीड़िता ने शर्मा पर छेड़छाड़ और जबरदस्ती करने का आरोप लगाया है। पीड़िता भी मेडिकल के क्षेत्र से ही है और अपना एक पैथोलाजी लैब चलाती है शहर में पैथोलाजी लैब का संचालन करने की वझह से उसको शहर के सभी अस्पतालों में जाना पड़ता है इस कारण वह न्यूरोसर्जन डाक्टर महेश शर्मा के अस्पताल में भी ब्लड सैंपल लेने जाती थी। पेशेवश बिलों की पेमेंट के कारण डाक्टर से उसकी बोलचाल शुरू हो गई और काम के बहाने शर्मा उन्हें अपने चैंबर में बुलाया करते थे।

पीड़ित का कहना है कि डाक्टर महेश ने उसे खुद को पिथौरागढ़ का बताया और लैब के संचालन में उसकी मदद करने का आश्वासन दिया। डॉ शर्मा अक्सर अपनी पत्नी से न बनने और घरेलू कलह का हवाला साथ ही पत्नी से अनबन होने और जल्द उससे तलाक लेने, अपने गृह जनपद की होने का हवाला देना, तांकि शिकार पर कसा शिकंजा किसी भी तरह छूटे न सम्बन्धी भावनात्मक कार्ड भी खेला करते थे। जिसके बाद डॉ शर्मा ने उससे नजदीकियां बढ़ा लीं।
वही पीड़ित महिला ने आरोप लगाया है कि इसी साल छह जून को एक रात डॉक्टर करीब 10 बजे पीड़िता के घर में घुस गए। उस समय वे शराब के नशे में धुत्त थे। पीड़िता भी किराए के मकान में रहा करती है तो उन्होंने बिना कलह किए शर्मा को वापस जाने को कहा तो विरोध करने लगा। जब उसने रिकॉर्डिंग करने की कोशिश की तो डाक्टर ने उसका मोबाइल तोड़ दिया। बाद में डाक्टर उस रात पीड़िता के घर से लड़खड़ाते हुए वापस चले गए।

22 जून को जब वह सैंपल जांच का बकाया भुगतान लेने के लिए वह शाम 3:15 बजे विवेकानंद अस्पताल पहुँची तो डॉ शर्मा ने उन्हें अपने चैंबर में इंतजार करने को कहा, कुछ समय बाद डॉक्टर शर्मा अपने चैंबर में आए और पीड़िता का हाथ पकड़ कर चैंबर में उससे अश्लील हरकतें की और जबरदस्ती करने का प्रयास किया। जब पीड़िता ने विरोध किया तो डाक्टर ने बकाया भुगतान न देने, सामाजिक छवि खराब करने और लैब बंद कराने के साथ जान से मारने की धमकी दे डाली। आखिरकार बहुत हिम्मत कर देर रात मुखानी थाने में डाक्टर महेश शर्मा के विरुद्ध उसने मामला दर्ज कराया है।


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