मौत के बाद खुला राज: आत्महत्या नहीं, थी ब्लैकमेलिंग की साजिश
आरोपी ने कबूला – मृतक की पत्नी से बढ़ाई नजदीकियां, फिर पति को बनाया निशाना
रुद्रपुर। खटीमा क्षेत्र में ओमान से लौटे युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। युवक की आत्महत्या के पीछे ब्लैकमेलिंग और मानसिक प्रताड़ना की कहानी सामने आई है। इस मामले में खटीमा पुलिस ने आरोपी दिलीप सिंह बोहरा उर्फ दीपक बोहरा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पुलिस के मुताबिक मृतक युवक हाल ही में ओमान से काम छोड़कर अपने घर लौटा था। 13 मई को उसने आत्महत्या कर ली, जिसे परिजनों ने सामान्य घटना मानते हुए अंतिम संस्कार कर दिया। लेकिन कुछ समय बाद मृतक के एक विदेशी मित्र ने परिजनों को बताया कि युवक बीते दिनों से तनाव में था और किसी को बार-बार पैसे भेज रहा था।
परिजनों ने जब युवक का मोबाइल खंगाला, तो एक संदिग्ध नंबर पर लगातार हजारों रुपये ट्रांसफर किए जाने की जानकारी मिली। इस पर मृतक के भाई ने 19 मई को खटीमा कोतवाली में लिखित शिकायत दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने जांच शुरू की।
जांच के दौरान जब संदिग्ध नंबर की डिटेल निकाली गई, तो पुलिस की तहकीकात दिलीप सिंह बोहरा निवासी चंडाक, पिथौरागढ़ तक पहुंची। आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिसमें उसने चौंकाने वाले खुलासे किए। आरोपी ने बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से उसकी पहचान मृतक की पत्नी से हुई थी और धीरे-धीरे दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ गई थीं।
आरोप है कि दिलीप बोहरा ने महिला के साथ निजी बातचीत और अश्लील सामग्री को रिकॉर्ड कर लिया और फिर इन्हीं फोटो और वीडियो के जरिए मृतक को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। वह लगातार पैसों की मांग कर रहा था, जिससे तंग आकर युवक ने आत्महत्या जैसा कदम उठाया।
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने, ब्लैकमेलिंग और आईटी एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि इस मामले की तह तक जाकर अन्य संभावित कड़ियों की भी जांच की जाएगी।
