देहरादून में रोहित नेगी हत्याकांड, लाइव एनकाउंटर में पकड़े गए आरोपी
गोली लगने से घायल हुए दोनों अपराधी, पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई
देहरादून। भाजपा नेता रोहित नेगी की हत्या के दो आरोपियों को दून पुलिस ने मात्र 36 घंटे के भीतर मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। पुलिस कार्रवाई के दौरान दोनों आरोपी गोली लगने से घायल हो गए। यह मुठभेड़ मुजफ्फरनगर-मंगलौर सीमा क्षेत्र में गुरुवार रात को हुई।
हत्या की यह वारदात सोमवार रात उस समय हुई जब सेलाकुई के तिलवाड़ी निवासी रोहित नेगी अपने कुछ दोस्तों के साथ पार्टी में शामिल हुआ था। पार्टी में शामिल एक युवती को आरोपी द्वारा अपमानजनक फोन कॉल किए जाने पर रोहित ने इसका विरोध किया, जिसके बाद आरोपियों ने उसे जान से मारने की धमकी दी।
घटना की शुरुआत सोमवार रात हुई जब रोहित नेगी, अभिषेक बर्तवाल, निशांत खर्कवाल, पीयूष बिष्ट, आयुष, आयुष की महिला मित्र आन्या खान और तरुण हांडा एक पार्टी में शामिल थे। यह पार्टी आन्या की इंटर्नशिप पूरी होने के उपलक्ष्य में बड़ोवाला स्थित घर पर आयोजित की गई थी।
इसी दौरान आन्या को उसके पूर्व परिचित अजहर त्यागी ने फोन किया और गाली-गलौच शुरू कर दी। कॉल स्पीकर पर होने के कारण अपशब्द सभी ने सुने। इस पर रोहित नेगी ने फोन पर ही इसका विरोध किया, जिससे नाराज़ होकर अजहर ने उसे डीबीआईटी चौक पर मिलने की धमकी दी।
रात करीब डेढ़ बजे रोहित अपने दोस्तों के साथ बोलेरो कार में डीबीआईटी चौक पहुंचा। वहीं पहले से बाइक पर मौजूद दो युवक उनका इंतजार कर रहे थे। रोहित ने जैसे ही वाहन मोड़ा, तभी आरोपी अजहर त्यागी ने कार के सामने आकर नजदीक से उस पर फायरिंग कर दी। गोली रोहित के गले में लगी, और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया। पुलिस पर आरोपियों की गिरफ्तारी का दबाव बढ़ा तो एसएसपी की निगरानी में पांच टीमों को मुजफ्फरनगर और नोएडा भेजा गया।
गुरुवार रात सूचना मिली कि आरोपी मुजफ्फरनगर-मंगलौर सीमा से गुजर रहे हैं। रोकने की कोशिश पर आरोपियों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में मुख्य आरोपी अजहर त्यागी (निवासी प्रधान पट्टी बरला, थाना पुरकाजी, मुजफ्फरनगर) को हाथ और दोनों पैरों में गोली लगी, जबकि उसका साथी आयुष उर्फ सिकंदर (निवासी शामली) दोनों घुटनों में घायल हो गया।
पुलिस ने दोनों को गुरुकुल नारसन अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से गंभीर स्थिति में उन्हें एम्स रेफर कर दिया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यह मामला सुनियोजित साजिश का प्रतीत होता है। फिलहाल पुलिस घटनास्थल, मोबाइल कॉल डिटेल्स, सीसीटीवी फुटेज सहित हर पहलू से जांच कर रही है। आरोपियों के ठीक होने के बाद अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।
