सदमे में परिवार, तहरीर देने के बाद भी नहीं हुआ मुक़दमा दर्ज
जानलेवा हमले के बाद दिन रात सहमा हुआ हैं परिवार
जानलेवा हमले से पहले ही दे दी थी उपजिलाधिकारी नैनीताल को लिखित सूचना
नैनीताल। उत्तराखंड के जनपद नैनीताल के थाना क्षेत्र मुक्तेश्वर के अन्तर्गत ग्राम दाड़ीमा में रहने वाले टीकम सिंह रैकवाल का परिवार खुद पर जानलेवा हमला होने के बाद डर के साए में सहमा हुआ हैं, खतरा टीकम सिंह और उनके परिवार को किसी अन्य से नहीं बल्कि खुद के परिवार के भाइयों से हैं। एक पारिवारिक जमीनी विवाद इतना अधिक बड़ गया कि टीकम सिंह पर 12 जून को उनके ही भाइयों ने जानलेवा हमला कर दिया, जिसमें टीकम सिंह की आंख, कान, सिर, छाती में गंभीर चोटें आई हैं।
टीकम सिंह को इस हमले की आशंका पहले से थी यहीं कारण हैं की उन्होंने इसकी लिखित सूचना उपजिलाधिकारी नैनीताल को 19 मई को ही कर दी, परंतु प्रशासन दूरस्थ इलाकों में रहने वाले लोगो की इन चिट्ठियों को गंभीरता से नहीं लेता, यहीं कारण हैं की 12 जून तक इस पत्र पर कोई कार्यवाही नहीं होती और टीकम सिंह पर हमला हो जाता हैं।
अब इसकी भी लिखित शिकायत उनके और उनकी 21 वर्षीय पुत्री मेघा रैकवाल द्वारा मुक्तेश्वर थाने में घटना के अगले दिन लिखित रूप से कर दी गई, साथ ही अपने परिवार के लिए सुरक्षा की मांग भी की, लेकिन लगभग 36 घंटे हो जाने के बाद भी अब तक मुक्तेश्वर पुलिस का कोई पुलिसकर्मी उनकी सुध जानने नहीं पहुंचा हैं, मुक्तेश्वर पुलिस से बात करने पर वह कैंची मेले में बिजी होने और वही अन्य सिपाही डोल आश्रम में सीएम धामी की को पत्नी के कार्यक्रम में होने की बात कर रहें हैं।
जानलेवा हमला सामने से देखने के बाद पूरा परिवार सदमे में हैं, और डर के बीच सहमा हुआ हैं लेकिन पुलिस इसे गंभीरता से लेती नजर नहीं आ रहीं हैं, परिवार को मुक्तेश्वर थाने में दी गई तहरीर पर मुकदमा दर्ज होने और हमलावरों की गिरफ्तारी का इंतजार हैं। टीकम सिंह की 21 वर्षीय पुत्री मेघा ने बताया की वह इस समय से डरी हुई हैं, उन्होंने बहुत बुरी तरह हमला किया, पापा का इलाज हल्द्वानी में चल रहा है कल भी दोपहर हमारे घर आकर एक व्यक्ति तहरीर वापस लेने की बात कह रहा था, साथ ही धमका रहा था पुलिस कुछ नहीं कर सकती, आखिर क्यों अब तक पुलिस कोई कार्यवाही नहीं कर रही हमें लगातार डर लग रहा हैं।
