लोककलाकार धरम सिंह नेगी का निधन, रीठागाड़ क्षेत्र में शोक की लहर
संवाददाता सीमा खेतवाल
अल्मोड़ा जिले के भैसियाछाना विकास खंड के रीठागाड़ क्षेत्र के ग्राम रीम के 43 वर्षीय प्रसिद्ध लोककलाकार धरम सिंह नेगी का आज साढ़े चार बजे निधन हो गया। वे काफी समय से बीमार थे और आज अचानक उनकी तबियत बिगड़ने पर उन्होंने दम तोड़ दिया।
धरम सिंह नेगी की मौत से न केवल ग्राम रीम, बल्कि पूरे रीठागाड़ क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। वे लोककला और हास्य कला के क्षेत्र में एक प्रमुख नाम थे। उनकी कला ने न सिर्फ क्षेत्रीय लोगों का मनोरंजन किया, बल्कि कुमाऊं के विभिन्न हिस्सों में भी उन्हें एक पहचान दिलाई थी।
धरम सिंह नेगी का जन्म एक साधारण और गरीब परिवार में हुआ था, लेकिन अपनी मेहनत और कला के दम पर उन्होंने क्षेत्र में अपनी एक खास पहचान बनाई। वे एक लोक कलाकार होने के साथ ही साथ हास्य कलाकार भी थे, जिनकी प्रस्तुतियों ने लोगों के चेहरों पर हंसी लाने का काम किया।
धरम सिंह के चचेरे बड़े भाई और समाजसेवी प्रताप सिंह ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि, “हमारा भाई भले ही हमें छोड़कर चला गया, लेकिन उसकी हास्य कला और लोककलाकारी हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेगी और हमें हमेशा उसकी याद दिलाती रहेगी।”
धरम सिंह नेगी का योगदान कुमाऊं की लोक संस्कृति को समृद्ध करने में महत्वपूर्ण था और उनका निधन क्षेत्रवासियों के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
