Spread the love

फटा चार्जिंग के दौरान मोबाइल, आग से चार की मौत

अभिशाप बना मोबाइल

मोबाइल में धमाके के साथ शॉर्ट सर्किट

मेरठ। मोदीपुरम की जनता कॉलोनी में एक दर्दनाक हादसा हुआ है। यहां किराए के मकान में रह रहे मजदूर के घर में शॉर्ट सर्किट से मोबाइल में धमाका हुआ और कमरे में आग लग गई। आग लगने से चार बच्चों की मौत हो गई, जबकि बच्चों के माता-पिता अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं।

पुलिस सूत्रों ने रविवार को बताया कि मुजफ्फरनगर जिले के सिखेड़ा निवासी जॉनी व बबीता रसोई में होली के पर्व को लेकर काम कर रहे थे। इस दौरान बच्चे कमरे में बैठकर खेल रहे थे। जॉनी के अनुसार, रसोई में काम करने के दौरान अचानक तेज धमाके व बच्चों के चीखने की आवाज आई, जिस पर वह पत्नी के साथ कमरे की ओर दौड़ा। बताया कि बेड पर आग लगी हुई थी और बच्चे आग में घिरे हुए थे। आग ने बच्चों को अपनी चपेट में ले लिया था। बुरी तरह झुलस जाने के कारण बच्चे मदद के लिए उन्हें पुकार रहे थे। बच्चों को झुलसता देख वह अपनी पत्नी के साथ बच्चों को बचाने में लग गए और शोर मचा दिया। पड़ोसियों ने आकर उनकी मदद की और आग पर काबू पाया।

आग से जोनी, उसकी पत्नी बबीता और चार बच्चे सारिका (10), निहारिका (आठ), संस्कार उर्फ गोलू (छह) और कालू (चार) गंभीर रूप से झुलस गए। सभी को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया जहां देर रात निहारिका और गोलू की मौत हो गई जबकि सारिका और कालू ने ने रविवार सुबह दम तोड़ दिया। सूत्रों बताया कि बच्चों का पिता जोनी 20 प्रतिशत झुलस गया उसकी हालत खतरे से बाहर है लेकिन उसकी पत्नी बबीता की गंभीर हालत के मद्देनजर उसे दिल्ली एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) रेफर किया गया है।

मोबाइल से बच्चों को रखे दूर, बना अभिशाप

मोबाइल आज के तकनीकी युग में लोगों के लिए काफी उपयोगी है, लेकिन इसके नुकसान भी है। माता-पिता आज छोटे बच्चों को मोबाइल का आदी बना रहे हैं। बच्चे से बात करने के बजाए उसे मोबाइल में गेम या फनी वीडियो लगाकर दे देते है। बच्चा मोबाइल में क्या कर रहा है ये देखना भी उचित नहीं समझते। गेम के जरिए पैसे हारने के कई मामले सामने आ चुके हैं। शनिवार को हुई घटना भी झकझोर देने वाली है। यदि, जॉनी और बबीता बच्चों से मोबाइल दूर रखते तो यह हादसा नहीं होता।


Spread the love