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बेशकीमती जड़ी बूटी उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी ने ली अधिकारियों की बैठक

मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी ने अधिकारियों की बैठक लेते हुए जिले में बेशकीमती जड़ी बूटी उत्पादन को बढ़ावा देने पर जोर दिया।  उन्होंने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने के उद्देश्य से खेती,बागवानी,पशुपालन के साथ ही जड़ी बूटी को भी बढ़ावा दिया जाए। उन्होंने कहा कि जनपद में उच्च हिमालयी क्षेत्र में कई प्रकार की जड़ी बूटी हैं जिनका महत्व को जानते हुए इसका उत्पादन को लेकर किसानों को इसकी जानकारी देते हुए प्रेरित किया जाए।

मंगलवार को विकास भवन सभागार में आयोजित बैठक में सीडीओ ने जड़ी बूटी उत्पादन के क्षेत्र में कार्य कर रही भेषज और अन्य संस्थाओं के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि उच्च हिमालय इलाकों में बेश कीमती जड़ी बूटी का उत्पादन किया जा सकता है। इस हेतु भेषज विभाग और खंड विकास अधिकारी संयुक्त रूप से ठोस कार्य योजना तैयार कर योजना को क्रियान्वयन करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जड़ी बूटी क्षेत्र में कार्य कर रही संस्थाओं को चाहिए कि वे गांवों में जाकर इस क्षेत्र में तेजी के साथ कार्य करें तथा योजना को धरातलीय स्वरूप प्रदान करें। ताकि किसानों को इसका लाभ मिल सकें। सीडीओ ने खंड विकास अधिकारियों को एनजीओ से भी समन्वय स्थापित करते हुए इस क्षेत्र में तेजी से कार्य करने की हिदायत दी। उन्होंने कहा जिस क्षेत्र में जिस जड़ी बूटी खेती की संभावना है वहां उसी जड़ी बूटी को उत्पादित किया जाए।

बैठक में परियोजना निदेशक शिल्पी पंत, जिला विकास अधिकारी विमी जोशी, नाबार्ड के डीडीएम गिरीश पंत समेत वर्चुअल माध्यम से विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।


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