मालधन: ‘नशा नहीं, इलाज दो’ अभियान का बिगुल, महिला एकता मंच ने 1 जुलाई से भाजपा सरकार के खिलाफ हल्ला बोल की घोषणा
रामनगर/मालधन — महिला एकता मंच ने क्षेत्र में फैलते नशे और बदहाल स्वास्थ्य सुविधाओं के खिलाफ बड़ा जन आंदोलन शुरू करने का ऐलान किया है। संगठन ने 1 जुलाई से ‘नशा नहीं, इलाज दो’ अभियान के तहत भाजपा सरकार के खिलाफ हल्ला बोल कार्यक्रम की शुरुआत करने का निर्णय लिया है। आंदोलन की पहली कड़ी रामनगर विधायक कार्यालय के सामने दोपहर 12 बजे थाली और कनस्तर बजाकर प्रदर्शन से शुरू होगी।
महिला एकता मंच की संयोजक विनीता टम्टा ने कहा कि सरकार मालधन की जनता को केवल वोट बैंक की तरह इस्तेमाल कर रही है, जबकि मूलभूत स्वास्थ्य सेवाओं की अनदेखी हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि मालधन के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से अनुभवी चिकित्सक डॉ. प्रशांत कौशिक (फिजिशियन) और डॉ. अर्चना कौशिक (प्रसूति रोग विशेषज्ञ) का पिथौरागढ़ तबादला करके अस्पताल की व्यवस्था को और चरमरा दिया गया है।
विनीता टम्टा ने कहा, “मालधन अस्पताल में न सर्जन है, न निश्चेतक, न बाल रोग विशेषज्ञ और न ही रेडियोलॉजिस्ट। एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड और इमरजेंसी सेवाएं भी नदारद हैं। ऊपर से सरकार ने गोपाल नगर में बंद पड़ी शराब की दुकान दोबारा खोलकर जनता की भावनाओं को आहत किया है।”
महिला एकता मंच ने मालधन क्षेत्र में व्यापक जनसंपर्क अभियान चलाकर ग्रामीणों को आंदोलन से जोड़ना शुरू कर दिया है। नत्थावली गांव में हुई सभा में देवी आर्य ने बताया कि विधायक दीवान सिंह को 25 जून को मांग पत्र सौंपा गया था, जिसमें मालधन अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाएं बहाल करने, तबादले रद्द करने और शराब की दुकान बंद कराने की मांग की गई थी। लेकिन सरकार की ओर से कोई समाधान नहीं मिलने के कारण आंदोलन की राह पकड़ी गई है।
देवी आर्य ने चेताया कि अगर भाजपा सरकार ने जनहित में ठोस कदम नहीं उठाए, तो आंदोलन को जिला मुख्यालय और राजधानी तक ले जाया जाएगा।
सभा में भगवती देवी ने स्पष्ट किया कि जो पंचायत प्रत्याशी इस आंदोलन का समर्थन नहीं करेंगे, उन्हें जनता चुनावों में जवाब देगी — चाहे वे किसी भी राजनीतिक दल से हों या निर्दलीय।
इस जनआंदोलन में ममता, पुष्पा, रेखा, कौशल्या, सरस्वती जोशी, रजनी, गुड्डी, सावित्री, पिंकी, मंजू, उमा और कमला सहित सैकड़ों महिलाओं ने भागीदारी निभाई।
