Spread the love

नहीं हुआ अब तक रीठागाड़ क्षेत्र के कनारीछीना-बिनूक-पतलचौरा सड़क मार्ग का निर्माण, ग्रामीणों में निराशा

अल्मोड़ा, 13 जनवरी 2025: उत्तराखंड राज्य बने कई दशक हो गए, लेकिन रीठागाड़ क्षेत्र के कनारीछीना, बिनूक और पतलचौरा गांवों को जोड़ने वाला सड़क मार्ग आज भी अधूरा पड़ा है। इन गांवों के लोगों के लिए एक ठीक रास्ता भी नहीं है, जिससे उन्हें पैदल चलने में भी कठिनाई होती है।

पिछले पांच-छह वर्षों से रीठागाड़ी दगड़ियों संघर्ष समिति के सदस्य शासन और प्रशासन के विभिन्न विभागों में दौड़ते रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। केवल कागजी कार्रवाई जारी है, जबकि जमीनी स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

समाजिक कार्यकर्ता प्रताप सिंह नेगी ने कहा कि सरकार अक्सर यह दावा करती है कि पर्वतीय क्षेत्रों में सड़कों का जाल बिछा दिया गया है, लेकिन कनारीछीना-बिनूक-पतलचौरा सड़क मार्ग को लेकर स्थिति बदलने का नाम नहीं ले रही। यह सड़क खंड लोकनिर्माण विभाग के तहत 1968 से पंजीकृत है। 1968 से यह पुरानी सड़क है, जिस पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई। यदि इस सड़क को ही ठीक कर दिया जाता तो पतलचौरा गांव के अनुसूचित जाति के लोगों को भी इसका लाभ मिलता।

नेगी ने यह भी कहा कि अब ग्रामीणों को सड़क निर्माण का कोई आसरा नहीं रहा है, और वे अब निराश हो गए हैं।

यहां के लोग अब भी सड़क निर्माण की उम्मीद में हैं, लेकिन कागजी कार्यवाही के अलावा कुछ नहीं हुआ। स्थानीय लोग प्रशासन से उचित कदम उठाने की मांग कर रहे हैं, ताकि उनकी परेशानियों का समाधान हो सके।


Spread the love