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मालधन गोपाल नगर में शराब की दुकान बंद करने की मांग तेज, 3 मई से चक्का जाम की चेतावनी

रामनगर, 21 अप्रैल 2025: मालधन गोपाल नगर में हाल ही में खोली गई शराब की दुकान के विरोध में क्षेत्रीय संगठनों और स्थानीय जनता में आक्रोश तेजी से बढ़ता जा रहा है। शराब की दुकान को तत्काल बंद किए जाने, क्षेत्र में कच्ची शराब व नशे के अवैध कारोबार पर रोकथाम, तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मालधन में चिकित्सकीय सुविधाएं बढ़ाने की मांग को लेकर विभिन्न संगठनों ने विधायक और एसडीएम रामनगर को ज्ञापन सौंपा है।

ज्ञापन में चेतावनी दी गई है कि यदि 2 मई तक मांगों का समाधान नहीं किया गया, तो 3 मई से शराब की दुकान के सामने दिन-रात का धरना और चक्का जाम किया जाएगा।

ज्ञापन में बताया गया कि अनुसूचित जाति बहुल क्षेत्र मालधन में नशाखोरी अपनी चरम सीमा पर पहुंच गई है। स्कूल जाने वाले बच्चे, युवा और वृद्ध भी इसकी चपेट में हैं। ऐसे में सरकार द्वारा यहां अंग्रेजी शराब की दुकान खोले जाने से स्थिति और गंभीर हो गई है। विशेष रूप से यह भी आरोप लगाया गया कि यह दुकान वास्तव में हाथी डगर क्षेत्र के लिए आवंटित थी, लेकिन लाभ कमाने के उद्देश्य से गोपाल नगर नंबर 6 में स्थानांतरित कर दी गई, जिससे स्थानीय महिलाओं में भारी रोष व्याप्त है।

ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि 12 अप्रैल को स्वयं मुख्यमंत्री द्वारा राज्य में जन विरोध के चलते खोली गई नई शराब की दुकानों को बंद करने का आदेश दिया गया था, लेकिन मालधन गोपाल नगर की दुकान आज भी संचालित हो रही है, जो प्रशासनिक उदासीनता को दर्शाता है।

संगठनों ने यह भी मांग रखी कि मालधन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सर्जन, निश्चेतक, बाल रोग विशेषज्ञ, रेडियोलॉजिस्ट और पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति, डंप पड़ी एक्स-रे मशीन को पुनः शुरू करने, और अल्ट्रासाउंड व 24×7 इमरजेंसी सेवाएं उपलब्ध कराने की दिशा में त्वरित कदम उठाए जाएं। ज्ञापन में कहा गया कि 40,000 की आबादी वाले इस क्षेत्र में यह अस्पताल ही एकमात्र चिकित्सा केंद्र है, लेकिन सुविधाओं का अभाव चिंता का विषय है।

स्थानीय जनता ने प्रशासन से आग्रह किया है कि वे जनभावनाओं का सम्मान करते हुए शीघ्र आवश्यक निर्णय लें, अन्यथा आंदोलन और व्यापक रूप ले सकता है।

इस जन आंदोलन में प्रमुख संगठनों से महिला एकता मंच की ललिता रावत, सरस्वती जोशी, कौशल्या, देवी, रंजनी, पूजा, तुलसी जोशी, हेमा, ग्राम प्रधान पुष्पा देवी, समाजवादी लोक मंच  के गिरिश आर्य, जमन आर्य, किसान संघर्ष समिति  के ललित उप्रेती, महेश जोशी, शंकर लाल आर्य, रामबहादुर, उत्तराखंड जन मंच  के महेंद्र कुमार आर्य, जयप्रकाश सहित दर्जनों सामाजिक कार्यकर्ता शामिल रहे।


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