नैनीताल जिले के हल्द्वानी शहर में चल रहे सत्यापन अभियान के दौरान एक सनसनीखेज घोटाला सामने आया है। बनभूलपुरा क्षेत्र में कब्रिस्तान कमेटी के कुछ पदाधिकारी जिंदा लोगों को मृत घोषित कर फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाते पाए गए। इन दस्तावेजों का इस्तेमाल संपत्ति हथियाने और कानूनी मामलों से बचने के लिए किया जा रहा था। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एफआईआर दर्ज कर जांच तेज कर दी है।
हल्द्वानी में फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र घोटाला: कब्रिस्तान कमेटी ने जिंदा लोगों को ‘मृत’ घोषित कर कमाए लाखों
नैनीताल: हल्द्वानी के बनभूलपुरा इलाके से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां जिंदा लोगों को मृत बताकर उनके नाम पर फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे थे। नैनीताल पुलिस द्वारा चलाए जा रहे वृहद सत्यापन अभियान के दौरान यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
जांच में सामने आया कि कब्रिस्तान कमेटी के कुछ पदाधिकारी, मोटी रकम लेकर नगर निगम से फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करवा रहे थे। इस फर्जीवाड़े में शामिल लोगों ने न सिर्फ जीवित व्यक्तियों को मृत घोषित किया, बल्कि अन्य राज्यों में पहले से मृत लोगों के नाम पर भी फर्जी दस्तावेज तैयार कराए।
इस पूरे मामले की शुरुआत एक शिकायत की जांच से हुई, जिसमें पुलिस ने ऐसे व्यक्ति के नाम पर बना मृत्यु प्रमाण पत्र बरामद किया जो न केवल जीवित है, बल्कि एक आपराधिक मामले में अदालत से आजीवन कारावास की सजा पा चुका है और वर्तमान में जमानत पर बाहर है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रह्लाद नारायण मीणा के निर्देश पर बनभूलपुरा थाने की पुलिस ने जांच तेज कर दी। प्रारंभिक जांच में पता चला कि कब्रिस्तान कमेटी के पदाधिकारी इकबाल अंसारी, उनके पुत्र तनवीर अहमद समेत कई लोग इस गोरखधंधे में शामिल हैं। नगर निगम के जन्म एवं मृत्यु रजिस्ट्रार डॉ. मनोज कांडपाल की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
पुलिस का कहना है कि यह मामला केवल दस्तावेजों की धांधली नहीं, बल्कि एक बड़े आपराधिक नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है, जिसका इस्तेमाल संपत्ति पर कब्जा जमाने, कोर्ट मामलों से बचने और अन्य अपराधों को छिपाने के लिए किया जा सकता है।
प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। साथ ही, नैनीताल पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि यदि उन्हें ऐसी किसी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी हो तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। पुलिस ने स्पष्ट किया कि इस तरह के अपराधों में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
