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शराब माफिया पर लगाम लगाने को लेकर प्रशासन को दी गई अंतिम चेतावनी

महिला एकता मंच का मालधन में जोरदार प्रदर्शन, 12 मई तक कार्रवाई न होने पर चक्का जाम की चेतावनी

मालधन (नैनीताल), 9 मई 2025: मालधन क्षेत्र में दोबारा खुली शराब की दुकान, अवैध कच्ची शराब की बिक्री और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मूलभूत सुविधाओं की कमी के विरोध में आज महिला एकता मंच ने उपजिलाधिकारी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। मंच ने चेतावनी दी कि यदि 12 मई तक इन समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो वे सड़क पर उतरकर चक्का जाम करेंगे।

धरना स्थल पर मंच की संयोजक ललिता रावत ने कहा कि भाजपा सरकार गांव-गांव में शराब की दुकानें खोलकर युवा पीढ़ी को नशे की ओर धकेल रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार रोजगार और शिक्षा देने की बजाय युवाओं को शराब की लत में फंसा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि देश में प्रतिमाह 10,000 से अधिक लोगों की मौत शराब से होती है और 40% सड़क दुर्घटनाओं की वजह भी शराब सेवन है।

उपजिलाधिकारी प्रमोद कुमार को सौंपे गए ज्ञापन में मंच ने मांग की कि मालधन की शराब दुकान को पूरी तरह बंद किया जाए, कच्ची शराब की बिक्री पर रोक लगाई जाए और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सभी आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं। ज्ञापन स्वीकार करते हुए उपजिलाधिकारी ने बताया कि शराब दुकान की चाबी उनके पास है और संभवतः ठेकेदार ने दूसरी चाबी से दुकान खोली है। उन्होंने आश्वासन दिया कि आज शाम तक दुकान के सभी दरवाजे पूरी तरह सील कर दिए जाएंगे।

इसके अलावा उन्होंने बताया कि 14 मई को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सा सुविधाओं को लेकर बैठक बुलाई गई है, जिसमें मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) नैनीताल भी शामिल होंगे। साथ ही पुलिस द्वारा कच्ची शराब के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि क्षेत्र में भट्टियों को ध्वस्त किया जा रहा है और यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।

सभा को संबोधित करते हुए समाजवादी लोक मंच के मुनीष कुमार, उपपा नेता प्रभात ध्यानी, इंकलाबी मजदूर केंद्र के रोहित रुहेला, ग्राम प्रधान पुष्पा, प्रगतिशील महिला एकता केंद्र की तुलसी छिंवाल, विनीता और भगवती ने भी सरकार की नीतियों की आलोचना की और कार्रवाई की मांग की। कार्यक्रम का संचालन सरस्वती जोशी ने किया।

धरने में हरीश लाला, संतोष, मयंक, भोपाल राम, शंकर लाल, मौ. आसिफ, गिरीश चंद्र, किशन शर्मा, महेंद्र कुमार, पूजा, देवी, रजनी, सावित्री, सरिता, शिवानी, ममता और कौशल्या सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाओं ने भाग लिया।


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