कालिका मंदिर होली समिति द्वारा होली बैठकों का आयोजन, 25 सालों से लगातार हो रहा है पुरुष होली का आयोजन
कालिका मंदिर होली समिति के द्वारा इस साल भी रंग और गुलाल से होली की बैठक का आयोजन धूमधाम से किया गया। कार्यक्रम के आयोजक गिरीश चंद्र जोशी ने बताया कि उनकी कॉलोनी में पिछले 25 सालों से लगातार पुरुष होली का आयोजन किया जा रहा है।
इस आयोजन में शिव के ‘मन माहि बसे काशी’ और ‘जल कैसे भरूं जमुना गहरी’ जैसे भक्ति गीतों के साथ रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किए गए। साथ ही, ‘होली खेले रघुवीरा अवध में’ जैसे प्रसिद्ध होली गीतों के माध्यम से सभी ने एकजुट होकर होली का आनंद लिया।
आज की होली की बैठक में लोगों ने जमकर होली खेली और इस अवसर पर एकता और भाईचारे का संदेश दिया। यह आयोजन न केवल धार्मिक उल्लास का प्रतीक था, बल्कि समाज में एकता और सद्भावना को भी बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण अवसर साबित हुआ।
गौरीशंकर कांडपाल ने इस अवसर पर सभी स्थानीय निवासियों का आभार व्यक्त किया और कहा कि इस तरह के आयोजनों से सामाजिक समरसता को बढ़ावा मिलता है। उनका मानना है कि इस तरह के आयोजन सभी को एक साथ लाकर समाज में खुशियों का माहौल बनाते हैं।
समिति के अन्य सदस्य भी इस आयोजन को लेकर उत्साहित थे और उन्होंने अगले साल और बड़े स्तर पर इस आयोजन को आयोजित करने की योजना बनाई है।

