मल्लीताल की 13 साल की किशोरी ने क्यों चुना इतना खौफनाक रास्ता?
बच्चों की भावनात्मक दुनिया को समझना क्यों है जरूरी?
नैनीताल। पर्वतीय पर्यटन नगरी में गुरुवार को एक हृदयविदारक घटना घटित हुई, जब एक 13 वर्षीय किशोरी ने मामूली पारिवारिक विवाद के बाद झील में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई है, वहीं परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
घटना मल्लीताल आयारपाटा क्षेत्र की है। जानकारी के अनुसार, गुरुवार सुबह कुमाऊं विश्वविद्यालय में कार्यरत कर्मचारी संजय की बेटी अंजलि का अपने छोटे भाई के साथ किसी बात को लेकर विवाद हो गया। परिजनों ने दोनों को डांटकर शांत किया, लेकिन इस बात से आहत अंजलि घर से नाराज होकर निकल गई।
परिजनों को जब अंजलि के घर से निकलने की जानकारी मिली तो उन्होंने उसकी खोजबीन शुरू की। काफी देर तक जब उसका कुछ पता नहीं चला तो मां ने कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज करवाई। पुलिस ने तत्काल सीसीटीवी कैमरों की मदद से तलाशी शुरू की।
सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से ठंडी सड़क स्थित पाषाण देवी मंदिर के समीप झील किनारे उसकी चप्पलें बरामद हुईं। इससे आत्महत्या की आशंका गहराई। इसके बाद पुलिस, एसडीआरएफ और अग्निशमन विभाग की टीमों ने संयुक्त रूप से झील में सर्च ऑपरेशन शुरू किया।
करीब चार घंटे की लगातार मशक्कत के बाद झील से किशोरी का शव बरामद कर लिया गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए परिजनों को सूचित किया। कोतवाल हेम चंद्र पंत ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि शव को मोर्चरी में रखवाया गया है और आगे की आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।

