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मालधन नं. 6 में महिला एकता मंच की बैठक, शराब की दुकान बंद कराने को लेकर आंदोलन की रणनीति तय

महिला एकता मंच द्वारा मालधन नं. 6 में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें क्षेत्र की महिलाओं ने शराब की दुकान बंद कराने और सरकारी अस्पताल में एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, ऑपरेशन, प्रसव एवं इमरजेंसी जैसी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग को लेकर आगामी आंदोलन की रूपरेखा तय की।

बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि शराब की दुकान के सामने अनिश्चितकालीन धरना 2 मई तक स्थगित रहेगा। इस अवधि में मंच की महिलाएं क्षेत्र में व्यापक जनसंपर्क अभियान चलाएंगी और लोगों को आंदोलन से जोड़ेंगी। साथ ही, 21 अप्रैल को रामनगर विधायक और उपजिलाधिकारी को एक मांग पत्र सौंपा जाएगा, जिसमें उन्हें आगामी आंदोलन और रणनीति से अवगत कराया जाएगा।

महिलाओं ने बैठक में मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने नई शराब की दुकानें बंद करने का जो वादा किया था, वह झूठा साबित हो रहा है। महिलाओं का कहना है कि प्रदेश की बागडोर मुख्यमंत्री के हाथों में नहीं, बल्कि शराब माफियाओं के हाथों में है, जो जनहित के विरुद्ध काम कर रहे हैं।

देवी आर्य ने कहा कि मालधन क्षेत्र की जनता अब सिर्फ वोट बैंक नहीं है, बल्कि अपने अधिकारों के लिए जागरूक और संगठित हो रही है। उन्होंने कहा कि जनता अब केवल वादे नहीं, वास्तविक बदलाव चाहती है।

विनीता ने सरकार की नीतियों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सरकार का वादा तो घर-घर जल पहुंचाने का था, लेकिन असल में सरकार घर-घर शराब पहुंचा रही है, जिससे युवा वर्ग और छात्रों का भविष्य बर्बाद हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार शराब से 5 हजार करोड़ रुपये का राजस्व कमाने के चक्कर में सामाजिक ढांचे को नुकसान पहुंचा रही है।

भगवती ने क्षेत्र की जनता और जनप्रतिनिधियों से 3 मई से शराब की दुकान के सामने शुरू होने वाले धरना और चक्का जाम को सफल बनाने के लिए समर्थन की अपील की।

बैठक में देसी, मंजू, पूजा, रजनी, बीना, कविता, पुष्पा, देवश्री, हेमा, माया, ज्यंती, गीता, बबीता समेत बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद रहीं, जिन्होंने एक स्वर में आंदोलन को सफल बनाने का संकल्प लिया।


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