नैनीताल घटना: भाकपा माले और किसान महासभा ने की आरोपी को कठोर सजा और सांप्रदायिक हिंसा पर कार्रवाई की मांग
नैनीताल की घटना पर भाकपा माले और किसान महासभा ने बयान जारी कर रेप के आरोपी को कानून के अनुसार कठोरतम सजा देने और इस घटना की आड़ में सांप्रदायिक वैमनस्य फैलाने वालों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है।
भाकपा माले जिला सचिव डा कैलाश पाण्डेय ने कहा कि, नैनीताल में बच्ची के साथ रेप के मामले में आरोपी जिस भी धर्म का हो, वैधानिक प्रक्रिया में अपराध की जो कठोरतम सजा है, वो आरोप सिद्ध होने पर आरोपी को मिलनी ही चाहिए। लेकिन इस घटना की आड़ लेकर जिस तरह धार्मिक उन्माद, उत्पात, अराजकता और गुंडागर्दी का माहौल नैनीताल में बनाया गया है, वो निंदनीय है। सांप्रदायिक उत्पाती तत्व इस क्षोभनीय घटना की आड़ लेकर अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के साथ सरेआम हिंसा कर रहे हैं, तोड़ फोड़ कर रहे हैं वह कतई स्वीकार्य नहीं हो सकता। साफ दिख रहा है कि ऐसे तत्वों को भाजपा का राजनीतिक संरक्षण हासिल है। पुलिस द्वारा आरोपी को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा चुका है, इसलिए अब किसी को भी अपने क्षुद्र सांप्रदायिक उन्माद की पूर्ति के लिए हिंसा की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। नैनीताल के पुलिस प्रशासन को सिर्फ शांति की अपील ही नहीं करनी चाहिए बल्कि उपद्रवी तत्वों पर लगाम लगाने के लिए कठोर प्रभावी उपाय करने चाहिए।
किसान महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष बहादुर सिंह जंगी ने कहा कि, नैनीताल में रेप के अपराधी को सजा मिले यह हर न्याय पसंद व्यक्ति की मांग है, लेकिन नैनीताल में न्याय मांगने के नाम पर उन्माद फैलाने व तोड़फोड़ करने वालों के विरुद्ध कठोर कानूनी कार्यवाई कौन करेगा।
क्या धामी सरकार हमेशा की भांति इस उन्मादी पैटर्न को संरक्षण देती रहेगी। हर जगह हर मामले को धार्मिक उन्माद भड़काने में इस्तेमाल करने पर विराम न लगा तो यह नैनीताल समेत पूरे राज्य के सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने का काम करेगा। जिस पर रोक लगाई जानी चाहिए।
