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अश्लीलता मुक्त भारत अभियान: युवा पीढ़ी के भविष्य को बचाने के लिए विरोध प्रदर्शन

अश्लीलता मुक्त भारत के संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज पंथ ने कई वर्षों से विभिन्न राज्यों में भ्रमण कर, प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के जरिए शासन को अश्लीलता के बढ़ते प्रभाव के बारे में अवगत कराया है। इसके बाद दिल्ली के जंतर-मंतर में अश्लीलता मुक्त भारत अभियान के तहत विरोध प्रदर्शन भी किया गया। पंकज पंथ और उनके संगठन ने इस अभियान में अन्य संस्थाओं और संगठनों का समर्थन प्राप्त किया है।

आजकल देश में युवा पीढ़ी पर अश्लील वीडियो और सोशल मीडिया पर गंदी तस्वीरों का नकारात्मक असर बढ़ता जा रहा है। फर्जी आईडी से सोशल मीडिया पर ग़लत कंटेंट साझा किया जा रहा है, जिससे युवाओं और बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो रहा है। इस मुद्दे पर पंकज पंथ ने कहा कि इससे न केवल समाज की सांस्कृतिक धारा प्रभावित हो रही है, बल्कि रिश्तों की मर्यादा भी टूट रही है।

इस अभियान में पंकज पंथ के अलावा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विद्या रावत, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष इंद्रा मिश्रा, आयरन लेडी रीना सिंह, परम पूज्य गुरुदेव श्री श्री 108 कापालिक भुपराज सरभंगी, कापालिक देवराज भैरब, लोकगायक बिशन सिंह हरियाला और अन्य समाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा सक्रिय भागीदारी की जा रही है।

इसके साथ ही, प्रताप सिंह, जो अल्मोड़ा से समाजिक कार्यकर्ता हैं, ने इस मुहिम के लिए अन्य संगठनों को समर्थन दिया। उनका कहना है कि अश्लील वीडियो और तस्वीरों का प्रसारण युवा समाज के लिए बेहद हानिकारक है और इसके लिए शासन को सख्त कदम उठाने चाहिए।

पंकज पंथ ने कहा कि यदि इस प्रकार के ग़लत कंटेंट पर रोकथाम नहीं लगाई गई, तो आने वाले वर्षों में बच्चों और युवाओं पर इसका नकारात्मक असर बढ़ेगा, और उनका भविष्य खराब हो सकता है। साथ ही, यह हमारे देश की संस्कृति और समाजिक रिश्तों को भी प्रभावित कर रहा है।

अश्लीलता मुक्त भारत के अभियान में 20 अप्रैल को दिल्ली के जंतर-मंतर में विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया जाएगा, जिसमें देशभर से विभिन्न संगठन और समाजिक कार्यकर्ता भाग लेंगे।


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