वन मंत्री व प्रभागीय वनाधिकारी का पुतला जलाकर विरोध किया
रामनगर (नैनीताल): चांदनी सफारी जोन को रद्द न किए जाने और प्रभागीय वनाधिकारी द्वारा गाइड भर्ती प्रक्रिया शुरू किए जाने के बयानों से आक्रोशित ग्रामीणों ने 24 मार्च 2025 को पुतला दहन किया। ग्रामीणों ने चांदनी जोन को रद्द करने की मांग को लेकर प्रभागीय वनाधिकारी कार्यालय में धरना-प्रदर्शन किया था, लेकिन जब तक धरना जारी था, प्रभागीय वनाधिकारी कार्यालय में अनुपस्थित रहे। धरना समाप्त होने के बाद, खनन कारोबारी जोन के समर्थन में पहुंचे, और प्रभागीय वनाधिकारी ने चांदनी जोन को शीघ्र खोलने की बात कही, साथ ही गाइड भर्ती प्रक्रिया शुरू करने का भी बयान दिया।
इस पर आक्रोशित आंदोलनों ने 25 मार्च को वन मंत्री सुबोध उनियाल और प्रभागीय वनाधिकारी पी.सी. आर्या का पुतला रानीखेत रोड पर स्थित वन विभाग के मुख्य प्रवेश गेट पर जलाया। इस दौरान आंदोलनकारियों ने भ्रष्टाचार के आरोपों के साथ जमकर नारेबाजी की। पुतला दहन कार्यक्रम में ग्राम प्रधान, पूर्व ग्राम प्रधाननवीन सती ग्राम प्रधान / प्रशासक ग्राम पंचायत क्यारी, मुकेश बिष्ट उर्फ पीयूष बिष्ट पूर्व ग्राम प्रधान गेबुआ, नवीन चंद भट्ट पूर्व ग्राम प्रधान- छोई, आनंद सिंह नेगी,दान सिह, मयंक अधिकारी, संजय सती, पंकज विष्ट, धाराबल्लभ सती, मोहित सुयाल, राजू सती, प्रकाश उपाध्याय, संजय , सुमित, गोपाल सिह, हर्षित उप्रेती,, पूर्व ब्लाक प्रमुख संजय नेगी , स्थानीय ग्रामीण और विभिन्न संगठनों के लोग शामिल हुए।
आंदोलनकारियों ने घोषणा की कि 28 मार्च 2025 को प्रभागीय वनाधिकारी की उपस्थिती पर विरोध किया जाएगा। वे गो बैक के नारे के साथ पुतला दहन करेंगे और विधायक दीवान सिंह बिष्ट द्वारा किए गए वादे की अनदेखी पर भी विरोध दर्ज कराएंगे। इसके अलावा, विधायक के पुत्र जगमोहन सिंह बिष्ट द्वारा चांदनी जोन के विरोध करने वालों को अपमानित करने के मामले में भी विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
नवीन चंद भट्ट ने कहा कि प्रभागीय वनाधिकारी अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने के बजाय अन्य कार्यक्रमों में व्यस्त हैं और राजनीतिक दबाव में कार्य करते हुए भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं। अब जनता जाग चुकी है, और वे इसके खिलाफ संघर्ष करेंगे।
