संसद में पेश आम बजट पर भाकपा (माले) की त्वरित प्रतिक्रिया: जनविरोधी और महंगाई बढ़ाने वाला बजट
आज संसद में पेश किए गए आम बजट पर भाकपा (माले) ने अपनी त्वरित प्रतिक्रिया व्यक्त की है। पार्टी के जिला सचिव डॉ. कैलाश पाण्डेय ने कहा कि इस बजट में सरकार की सबसे बड़ी आर्थिक प्राथमिकता सार्वजनिक निवेश को बढ़ाना और रोजगार सृजन के माध्यम से जनता की क्रय शक्ति में वृद्धि करना होना चाहिए था, ताकि घरेलू मांग और उत्पादन को बढ़ावा मिल सके। लेकिन मोदी सरकार का यह बजट इन प्राथमिकताओं को पूरा करने में पूरी तरह असफल रहा है।
डॉ. पाण्डेय ने कहा कि बजट के प्रावधानों में बड़े कॉरपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए जो कदम उठाए गए हैं, वे साफ तौर पर जुमलेबाजी और कॉरपोरेट हितों के पक्ष में हैं। यह बजट पूरी तरह से “कॉरपोरेट का, कॉरपोरेट के द्वारा, कॉरपोरेट के लिए” बनाया गया है, जो आम जनता की उम्मीदों पर कुठाराघात करता है।
उन्होंने कहा कि इस बजट में सामाजिक न्याय, गरीबों के कल्याण, सार्वजनिक स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार सृजन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। इसके बजाय, यह बजट जनविरोधी और गरीबों की अनदेखी करने वाला साबित हुआ है। डॉ. पाण्डेय ने बजट को महंगाई बढ़ाने वाला और दूरदर्शिता की कमी वाला भी बताया।
भाकपा (माले) ने यह स्पष्ट किया कि यह बजट जनता के लिए राहत देने वाला नहीं है, और पार्टी आने वाले समय में इस बजट के खिलाफ जन आंदोलन को मजबूत करने की दिशा में काम करेगी।
