कुमाऊं में भारी बारिश का कहर, जनजीवन अस्त-व्यस्त, कई सड़कें बंद, मकान ढहा
कपकोट में बारिश का कहर, एक झटके में ढह गया मकान | देखें दिल दहला देने वाला वीडियो
नैनीताल/बागेश्वर, 30 जून। कुमाऊं मंडल में पिछले 24 घंटों से जारी मूसलधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से पटरी से उतार दिया है। नैनीताल और बागेश्वर जिलों में हालात चिंताजनक बने हुए हैं। भूस्खलन, सड़कों के अवरुद्ध होने और भवनों को नुकसान पहुंचने की खबरें सामने आई हैं। प्रशासन ने अलर्ट जारी करते हुए समस्त विभागों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
बागेश्वर जनपद के कपकोट क्षेत्र में बारिश की मार सबसे अधिक देखी जा रही है। भनार गांव में भारी बारिश के कारण एक पुराना मकान अचानक ढह गया। सौभाग्य से, घर में रहने वाले लोग समय रहते स्थिति को भांपकर आवश्यक सामान लेकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंच गए थे, जिससे जनहानि नहीं हुई।
जिले में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण 32 ग्रामीण मार्गों सहित कुल 36 सड़कें पूरी तरह से बंद हो गई हैं। मलबा और चट्टानों के गिरने से यातायात पूरी तरह ठप हो गया है। ग्रामीणों को 5 से 7 किलोमीटर तक पैदल सफर करने को मजबूर होना पड़ रहा है।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि सड़कों को खोलने का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है, लेकिन लगातार बारिश राहत कार्यों में बड़ी बाधा बन रही है।
नैनीताल जिले में भी लगातार बारिश के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है। मौसम विभाग द्वारा जारी भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए जिलाधिकारी वंदना सिंह ने समस्त विभागों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया है कि किसी भी आपदा की स्थिति में संबंधित विभाग तत्काल मौके पर पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्यों को प्राथमिकता दें।
उन्होंने सड़क निर्माण एजेंसियों को निर्देश दिए हैं कि यदि किसी सड़क पर यातायात बाधित होता है, तो तुरंत जेसीबी व अन्य संसाधनों से मार्ग को सुचारु किया जाए। संवेदनशील स्थलों पर जेसीबी ऑपरेटरों की तैनाती सुनिश्चित करने को भी कहा गया है।
जिले की सभी नदियों, नालों और जलभराव संभावित क्षेत्रों पर विशेष निगरानी रखने के आदेश दिए गए हैं। यदि जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर जाता है, तो नजदीकी ग्रामीणों को तत्काल सूचित करते हुए सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जाए।
