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सा​हसिक दल सकुशल लौटा बैजनाथ कैलाश और ओम पर्वत की यात्रा कर

गरुड़ – उत्तराखंड के बुद्धिजीवियों का दस सदस्यीय साहसिक दल आदि कैलाश और ओम पर्वत की यात्रा कर सकुशल बैजनाथ पहुंचा। यहां दल के सदस्यों ने यात्रा के अनुभवों का सांझा किया। दल ने ग्लेशियरों के आस पास वाहनों की आवाजाही बढ़ने और तापमान में वृद्धि को खतरनाक बताया।
दल के प्रमुख भूगर्भवेत्ता डा. हरेंद्र रावल ने बताया औद्योगिक क्रांति के बाद कार्बन डाई ऑक्साइड और ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन काफी बढ़ गया है। ग्लोबल वार्मिंग की वजह से ध्रुवों में तापमान और ज्यादा बढ़ जाता है। जिससे ग्लेशियर तेजी से पिघलते है और समुद्र का जलस्तर बढ़ जाता है। उत्तराखंड में कई साहसिक यात्रा कर चुके भूपेंद्र चौहान, नवीन सिंह, अमर चौहान, राईका अमस्यारी के प्रधानाचार्य हरेंद्र नेगी ने बताया ग्लेशियरों के पिघलने से जलग्रहण क्षेत्रों के पास रहने वाले लोगों और जीव जंतुओं का नुकसान हो रहा है।

साहसिक दल के सदस्यों ने भ्रमण के दौरान पार्वती कुंड, काली नदी के उगम के पास स्वच्छता अभियान भी चलाया। दल में आनंद बिष्ट, उत्तरकाशी के जयराज सिंह, भूगर्भवेता जुगल जोशी, देहरादून के विनोद तोमर, अमर सिंह आदि रहे।


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