मालधन में शराब की दुकान बंद, महिलाओं के संघर्ष को मिली जीत

“नशा नहीं, इलाज दो” के नारे के साथ महिला एकता मंच ने छेड़ा आंदोलन, प्रशासन ने मानी मांगें
मालधन, 3 मई 2025 – मालधन क्षेत्र में शराब की दुकान बंद कराने, कच्ची शराब की बिक्री पर रोक लगाने तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग को लेकर महिला एकता मंच के आह्वान पर महिलाओं एवं जनप्रतिनिधियों ने शराब की दुकान के सामने चक्का जाम कर धरना शुरू किया।
प्रशासन और भारी पुलिस बल की मौजूदगी में महिलाओं ने दिन-रात का धरना प्रारंभ कर दिया। प्रारंभ में पुलिस अधिकारियों ने महिलाओं को मुकदमों का भय दिखाकर धरना समाप्त कराने का प्रयास किया, लेकिन महिलाएं डटी रहीं और जेल जाने तक की चेतावनी दी। महिलाओं की दृढ़ता को देखते हुए मौके पर पहुंचे उपजिलाधिकारी प्रमोद कुमार ने जनभावनाओं का सम्मान करते हुए तत्काल प्रभाव से शराब की दुकान को सील कर तालाबंदी कर दी।
उपजिलाधिकारी ने मौके पर मौजूद लोगों को आश्वस्त किया कि कच्ची शराब के विरुद्ध पुलिस का अभियान लगातार जारी है, और यदि किसी को अवैध शराब की जानकारी हो तो वह पुलिस को सूचित करें। साथ ही उन्होंने मालधन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ, एक्सरे, अल्ट्रासाउंड व इमरजेंसी जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराने को लेकर रामनगर चिकित्सा अधीक्षक से वार्ता कर समाधान निकालने का आश्वासन दिया।
प्रशासन द्वारा कार्रवाई और आश्वासन के बाद महिला एकता मंच ने धरना समाप्त करने की घोषणा करते हुए इसे “मालधन की जनता की जीत” बताया। महिला एकता मंच ने यह भी स्पष्ट किया कि “नशा नहीं, इलाज दो” अभियान आगे भी जारी रहेगा।
सभा का संचालन सरस्वती जोशी ने किया और आंदोलन में भाग लेने वाले सभी ग्रामीणों, सहयोगी संगठनों एवं जनप्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया।
सभा को समाजवादी लोक मंच के मुनीष कुमार, उपपा नेता प्रभात ध्यानी, इंकलाबी मज़दूर केंद्र के रोहित रुहेला, ग्राम प्रधान पुष्पा, कांग्रेस नेता रंजीत रावत, महिला एकता मंच की ललिता रावत, तुलसी, पुष्पा चंदोला, विनीता टम्टा, देबी आर्य, भगवती आर्य और गंगा आदि ने संबोधित किया।
वक्ताओं ने उत्तराखंड सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि राज्य में रोजगार, स्वास्थ्य और शिक्षा की भारी कमी है, लेकिन सरकार गांव-गांव में शराब बेचकर युवाओं का भविष्य अंधकार में धकेल रही है।
महिलाओं ने चेतावनी दी कि यदि मालधन में फिर से शराब की दुकान खोलने का प्रयास किया गया, तो आंदोलन और चक्का जाम फिर शुरू किया जाएगा।
कार्यक्रम में मालधन क्षेत्र के कोने-कोने से बड़ी संख्या में महिलाएं और ग्रामीण शामिल हुए।
