रामनगर (नैनीताल) 19 मार्च 2025: प्रभागीय वनाधिकारी तराई पश्चिमी वन प्रभाग रामनगर के कार्यालय का 24 मार्च 2025 को बड़े पैमाने पर घेराव किए जाने का निर्णय लिया गया है। यह निर्णय शिव मंदिर छोई परिसर में आयोजित बैठक में लिया गया, जिसमें गैबुआ, बैलपड़ाव, पवलगढ़, क्यारी, टेडा और छोई क्षेत्रों के ग्रामीणों ने भाग लिया।
ग्रामीण लंबे समय से प्रस्तावित चांदनी सफारी जोन के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कर चुके हैं और लगातार मांग कर रहे हैं कि इस जोन को रद्द किया जाए। हालांकि, प्रस्तावित सफारी जोन को रद्द करने की घोषणा न किए जाने से ग्रामीणों में आक्रोश है। उनका कहना है कि वन विभाग ने कई बार रद्द करने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे ग्रामीणों का विश्वास टूट चुका है।
ग्रामीणों का कहना है कि वे इस प्रस्तावित सफारी जोन के खिलाफ इस आंदोलन को तेज करेंगे, क्योंकि इसका उनके वनाधिकार और सुरक्षा पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है। इसके साथ ही, वे यह भी आरोप लगा रहे हैं कि यह परियोजना केवल आर्थिक लाभ के लिए की जा रही है, जिसमें करोड़ों रुपये की राशि का दुरुपयोग किया जा सकता है। ग्रामीणों ने यह भी स्पष्ट किया है कि वे किसी भी स्थिति में अपनी भूमि, वन संपदा और वन्यजीवों के अधिकारों की रक्षा करेंगे।
24 मार्च को होने वाले घेराव को लेकर ग्रामीणों में जबर्दस्त उत्साह है, और उन्हें उम्मीद है कि उनके इस आंदोलन से वन विभाग और राज्य सरकार पर दबाव बनेगा, जिससे उनके अधिकारों की रक्षा की जा सके।
वनों से की जा रही छेड़छाड़ सहित वनों के महत्व व उपयोग का किसी भी कीमत में दुरुपयोग नहीं होने दिया जाएगा, करोड़ों करोड़ों रुपए की धनराशि को ठिकाने लगाकर केवल राजस्व प्राप्ति के नाम पर मानव ही नहीं जीव मात्र के जीवन से खिलवाड़ किए जाने के विरोध में जीव मात्र की रक्षा से जुड़ा यह आंदोलन है।
बैठक में पीयूष बिष्ट, मयंक अधिकारी हेम सती, दया बानी, शेखरचंद्र, वीरेंद्र सिंह रावत, अनिल कुमार, जयपाल सिंह, दिनेश बधानी, नवीन सती ग्राम प्रधान क्यारी, संजय सती, नवीन उपाध्याय, आनंद सिंह नेगी, दान सिंह फर्त्याल, देव सिंह विष्ट, गीता जोशी, नवीन चंद्र भट्ट सहित अनेक ग्रामीणजन उपस्थित थे।
