महिला एकता मंच ने स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार को लेकर उठाई आवाज, मालधन सीएचसी में सुविधाओं की कमी पर जताई चिंता
रामनगर (14 मई, 2025) –मालधन चौड़ स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में स्वास्थ्य सुविधाओं की बदहाली को लेकर महिला एकता मंच द्वारा मंगलवार को उपजिलाधिकारी कार्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में अस्पताल में एक्स-रे मशीन, अल्ट्रासाउंड, इमरजेंसी सेवाएं, विशेषज्ञ डॉक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ की भारी कमी जैसे गंभीर मुद्दों पर चर्चा की गई।
बैठक की अध्यक्षता उपजिलाधिकारी प्रमोद कुमार ने की, जिसमें मालधन सीएचसी के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डॉ. प्रशांत कौशिक, बैलपड़ाव सीएचसी के सीएमएस, महिला एकता मंच की सरस्वती जोशी, ममता, पुष्पा, तथा उपपा नेता प्रभात ध्यानी सहित कई सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
सीएमएस डॉ. प्रशांत कौशिक ने जानकारी दी कि अस्पताल में परिचारिका (नर्स) के 10 पद स्वीकृत हैं, जबकि फिलहाल केवल 5 नर्सें कार्यरत हैं। डॉ. यादव को गेठिया अस्पताल से संबद्ध किए जाने के कारण मालधन में इमरजेंसी सेवाएं सप्ताह में केवल 3 दिन ही उपलब्ध हैं, जिसे बढ़ाकर 6 दिन करने का प्रयास किया जा रहा है।
डॉ. कौशिक ने यह भी बताया कि अस्पताल में सर्जन, बाल रोग विशेषज्ञ, निश्चेतक और रेडियोलॉजिस्ट के पद रिक्त हैं, जबकि प्रतिदिन लगभग 150 मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। उन्होंने कहा कि अस्पताल की ज़रूरतों को देखते हुए प्रशासन से सप्ताह में 6 दिन अल्ट्रासाउंड वैन की मांग की गई है। चूंकि सरकार वर्तमान में नियुक्तियां मुख्यतः दुर्गम क्षेत्रों में कर रही है, इसलिए सुगम क्षेत्र में आने वाला मालधन इससे वंचित रह गया है।
उन्होंने यह भी बताया कि अस्पताल में कार्यरत फिजिशियन और प्रसूति रोग विशेषज्ञ का जल्द ही पिथौरागढ़ ट्रांसफर किया जा रहा है, जिसकी सूचना विधायक को दे दी गई है। वहीं, एक्स-रे मशीन तकनीशियन के अभाव में चालू नहीं हो पाई है।
महिला एकता मंच की प्रतिनिधियों ने इस स्थिति पर रोष व्यक्त करते हुए भाजपा सरकार पर मालधन की जनता की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। मंच की पुष्पा ने कहा, “जनता के संघर्ष से अस्पताल में फिजिशियन, प्रसूति रोग विशेषज्ञ, नर्सें, एंबुलेंस और पैथोलॉजी लैब की सुविधाएं उपलब्ध हुई थीं, अब सरकार इन्हें छीनकर शराब की दुकान खोलने पर तुली है।”
सरस्वती जोशी ने कहा कि महिला एकता मंच का “नशा नहीं, इलाज दो” अभियान जारी रहेगा और यदि मांगें पूरी नहीं हुईं तो आंदोलन तेज किया जाएगा। उन्होंने मांग की कि सरकार द्वारा नियुक्त किए जा रहे 34 एक्स-रे टेक्नीशियनों में से एक की नियुक्ति मालधन सीएचसी में की जाए। बैठक में निर्णय लिया गया कि अगली रणनीति तय करने के लिए अगले सप्ताह पुनः बैठक आयोजित की जाएगी।
