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हल्द्वानी में बड़ता स्मैक का कारोबार, हो रहे कई घर बर्बाद

स्मैक के लिए पैसे नहीं मिले तो बड़े ने छोटे भाई के सिर पर मार दी बल्ली,भाई की मौत

हल्द्वानी : हल्द्वानी के मुखानी थाना क्षेत्र के बच्चीनगर एक से एक बड़ी खबर आई है जहाँ एक बड़े भाई ने अपने छोटे भाई को स्मैक खरीदने के लिए पैसे नहीं देने पर मौत के घाट उतार दिया। घरवालों ने खुद ही मनोज को पुलिस के सुपुर्द कर दिया।

सूरज के भाई हरीश चंद्र जोशी ने अपने बड़े भाई मनोज के खिलाफ मुखानी पुलिस को तहरीर सौंपी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। थानाध्यक्ष पंकज जोशी ने बताया कि तहरीर के आधार पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 105 (गैर इरादतन हत्या) के तहत मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मुखानी निवासी सूरज चंद्र जोशी (28 वर्ष) पुत्र स्व. गिरीश चंद्र जोशी निवासी बच्चीनगर एक लामाचौड़ थाना मुखानी अपनी माँ के साथ रहता था उसकी पांच या छह बहनें हैं और सभी बहनों की शादी हो चुकी थी।

वह पांच भाइयों में सबसे छोटा था। पिता सेना से सेवानिवृत्त थे और पांच भाईयो में से दूसरे नंबर का भाई सेना से सेवानिवृत्त है और चौथे नंबर का हरीश चंद्र जोशी सेना में सिपाही के पद पर तैनात है। सूरज की इसमें से तीसरे नंबर का भाई मनोज जिस पर हत्या का आरोप है कहा जा रहा है कि वह गलत संगत में पड़ कर स्मैक का लती हो गया था। और आय दिन घर में लड़ाई झगड़ा किया करता था स्मैक के लती मनोज से सिर्फ घरवाले ही परेशान नहीं थे, बल्कि आसपास के लोग भी परेशान थे।

जानकारी के मुताबिक 14 जुलाई की रात करीब 9 बजे सूरज और मनोज घर के बाहर मौजूद थे। मनोज सूरज से स्मैक खरीदने के लिए पैसे मांग रहा था। सूरज ने उससे कहा कि मेरे पास पैसे नहीं है इस पर गुस्से में आकर मनोज ने झगड़ा शुरू कर दिया और पास ही पड़ी बल्ली उठा कर सूरज के सिर पर मार दी।

जिससे सूरज लहूलुहान होकर वहीं गिर गया। आनन-फानन में परिजनों ने मुखानी पुलिस को सूचना दी और सूरज को हल्द्वानी में एक निजी अस्पताल लेकर गए। हालत नाजुक होने पर चिकित्सकों ने सूरज को हायर सेन्टर ले जाने को कहा और राम मूर्ति अस्पताल बरेली रेफर कर दिया। यहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। सूरज की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। परिजन उसी दिन सूरज के शव को लेकर घर पहुंचे। इधर, घटना को अंजाम देने के बाद मनोज भाग पाता, इससे पहले ही घरवालों ने उसे पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।


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