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नैनीताल बैंक में करोड़ रुपये की ठगी के मामले में एक और आरोपी गिरफ्तार

नैनीताल बैंक के सर्वर को एक्सेस करते हुए साइबर फ्रॉड सर्च से 16 करोड़ 95 लाख रुपये की फ्राड करने वाले एक गैंग के शातिर साइबर ठग को साइबर क्राइम थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

डीसीपी साइबर क्राइम प्रीति यादव ने बताया कि नैनीताल बैंक के सर्वर को एक्सेस करते हुए साइबर फ्रॉड सर्च द्वारा उनके आरटीजीएस के पूल अकाउंट से 16 करोड़ 95 लाख रुपये की रकम निकालकर साइबर धोखाधड़ी को अंजाम दिया गया था।

इस ममले की जांच कर रही थाना साइबर क्राइम पुलिस को तब सफलता हाथ लगी, जब शातिर ठग को लोकल इंटेलिजेंस एवं गोपनीय सूचना के आधार पर नोएडा से गिरफ्तार किया गया।

नोएडा के सेक्टर-62 स्थित नैनीताल बैंक में 16.5 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में पुलिस ने एक और आरोपी कुलदीप को गिरफ्तार किया है। ठगी में आरोपी कुलदीप के बैंक खाते का इस्तेमाल किया गया था, जिसके बदले में उसे 5 लाख रुपये कमीशन मिला था। पुलिस का कहना है कि अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई की जा रही है। साइबर ठगों ने बैंक के सर्वर को हैक कर बड़ा घोटाला किया था।

इससे पहले पुलिस ने इसी मामले में एक और आरोपी हर्ष को गिरफ्तार किया था। हर्ष ने अपने भाई चार्टर्ड अकाउंटेंट शुभम बंसल और कुछ अन्य साथियों के साथ मिलकर इस ठगी की योजना बनाई थी। पुलिस अब अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।

दरअसल, जून 2024 में साइबर ठगों ने नैनीताल बैंक के आरटीजीएस चैनल और मैनेजर के लॉगिन पासवर्ड को हैक कर बैंक से 16.5 करोड़ रुपये 89 अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर लिए थे। यह ठगी 16 से 20 जून के बीच की गई थी। कई दिनों तक बैलेंस शीट में गड़बड़ी होने पर बैंक को इस ठगी का पता चला। इसके बाद बैंक के आईटी मैनेजर की शिकायत पर साइबर क्राइम थाना सेक्टर 36 में मामला दर्ज किया गया।

एडीसीपी साइबर क्राइम प्रीति यादव ने बताया कि नैनीताल बैंक में 16.5 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी मामले में पुलिस ने अब तक 4 करोड़ रुपये की संपत्ति फ्रीज की है, जिसमें से 2 करोड़ रुपये की संपत्ति कुलदीप से जुड़ी है। मामले की जांच जारी है और पुलिस अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई कर रही है।


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