शादी के नाम पर जाल, फिर फरार: अनुराधा की फिल्मी नहीं असली कहानी
एजेंटों के ज़रिए होते थे सौदे, 2 से 5 लाख रुपये तक ऐंठते थे दलाल
सवाई माधोपुर/भोपाल — राजस्थान पुलिस ने एक 23 वर्षीय युवती को गिरफ्तार किया है, जिस पर अब तक करीब 25 फर्जी शादियों के ज़रिए लाखों रुपये की ठगी करने का आरोप है। यह चौंकाने वाला मामला फिल्मी नहीं बल्कि एक सच्ची कहानी है, जो राजस्थान और मध्य प्रदेश तक फैले शादी के नाम पर धोखाधड़ी के एक संगठित गिरोह की परतें खोलता है।
सवाई माधोपुर जिले के मानटाउन थाने की पुलिस टीम ने 18 मई को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से अनुराधा पासवान नामक महिला को गिरफ्तार किया। अनुराधा मूलतः उत्तर प्रदेश के महाराजगंज की रहने वाली है। उस पर आरोप है कि वह फर्जी शादी करने के कुछ ही दिनों बाद नकदी, गहने और मोबाइल लेकर फरार हो जाती थी।
मानटाउन थाने के थानाधिकारी सुनील कुमार ने बताया कि आरोपी महिला के खिलाफ विष्णु गुप्ता नामक व्यक्ति ने 3 मई को शिकायत दर्ज कराई थी। गुप्ता का आरोप है कि सुनीता और पप्पू मीणा नामक दो एजेंटों ने उसे पसंद की लड़की से शादी कराने का झांसा देकर 2 लाख रुपये लिए और उसे अनुराधा की तस्वीर दिखाकर शादी के लिए राजी किया।
पुलिस के अनुसार, 20 अप्रैल को सवाई माधोपुर न्यायालय परिसर में दोनों के बीच एक इकरारनामा बनवाकर विवाह कराया गया। लेकिन शादी के महज़ 12 दिन बाद, 2 मई की रात को अनुराधा नकदी, गहने और मोबाइल लेकर फरार हो गई।
जांच में सामने आया कि अनुराधा पिछले 7 महीनों में करीब 25 फर्जी विवाह कर चुकी है — यानी औसतन हर 8वें दिन एक नई शादी। पुलिस ने बताया कि भोपाल में सक्रिय एक गिरोह ऐसे युवकों को निशाना बनाता था जो शादी करना चाहते थे। उन्हें लड़कियों की तस्वीरें दिखाकर 2 से 5 लाख रुपये तक की राशि वसूली जाती थी और फिर कोर्ट मैरिज या इकरारनामे के जरिए फर्जी विवाह कराए जाते थे।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि अनुराधा की गिरफ्तारी के बाद पता चला कि वह गिरोह के कई सदस्यों के संपर्क में थी। भोपाल के काला पीपल पन्ना खेड़ी इलाके में वह एक और पीड़ित व्यक्ति, गब्बर, के साथ रह रही थी जिससे उसने दो लाख रुपये लेकर हाल ही में विवाह किया था।
मानटाउन थाने के एएसआई मीठा लाल यादव के नेतृत्व में गठित टीम भोपाल पहुंची और एक कांस्टेबल को विवाह के इच्छुक युवक के रूप में दलाल से संपर्क करवाया गया। दलाल द्वारा दिखाई गई तस्वीरों में अनुराधा की पहचान की गई और फिर एक सुनियोजित जाल बिछाकर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों — सुनीता, रोशन, रघुवीर, गोलू, मजबूत सिंह यादव और जुर्जन — की तलाश में जुटी है। ये सभी लोग भोपाल के आसपास सक्रिय हैं और शादी के नाम पर बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी कर चुके हैं।
थानाधिकारी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और ठगी में प्रयुक्त कीमती सामान की बरामदगी और अन्य पीड़ितों की तलाश के लिए आगे की जांच तेज कर दी गई है।

